म्योरपुर ब्लॉक के फ्लोराईड, मर्करी प्रभावित ग्राम पंचायत खैराही  का मामला

वाराणसी तक कराया इलाज पर नही मिली राहत

विकास अग्रहरि म्योरपुर

म्योरपुर ब्लॉक के फ्लोराईड, मर्करी, और आर्सेनिक प्रभावित ग्राम पंचायत खैराही में एक ही परिवार के तीन लोगो के घुटने और कमर के हड्डियों में दर्द और अकड़न होने से पीड़ित चारपाई पकड़ने को मजबूर हो गए है। सामाजिक कार्यकर्ता राम सुभग ने बताया कि उसकी 38 वर्षीय पत्नी अलकेश को घुटने और कमर में दर्द पिछले दो वर्षों से हो रहा है।उसे लेकर म्योरपुर सी एच सी जिला अस्पताल, बीएचयू तक इलाज कराया लेकिन बीमारी ठीक नही हो रहा है। पीड़िता की माने तो इसके अलावा पटना ,दुधी झारो ,मेराल में भी इलाज कराया लेकिन किसी चिकित्सक ने बीमारी का नाम नही बताया कि उसके दो चचेरे भाई 30 वर्षीय रमेश और 33 वर्षीय राजेश पिछले दो माह से ऐसे ही बीमारी से ग्रसित हो चारपाई पकड़ने लगे है।दोनों सगे भाई काम धंधा कर परिवार और बच्चो का भरण पोषण करते थे लेकिन घुटने और कमर के दर्द से आर्थिक स्थिति भी दयनीय होती जा रही।अहम बात यह कि दवाओं का इन मरीजो पर कोई असर नही हो रहा है।चिकित्सक भी परेशान है कि आखिर दवाओं का असर क्यों नही हो रहा है। गांव के टिंकू सिंह,राजेश, पूर्व प्रधान रामकेश, आदि ने बताया कि गांव के पानी मिट्टी में मर्करी ,फ्लोराईड, आर्सेनिक की अधिकता है। एन जी टी के आदेश पर गांव में दो आर ओ प्लांट स्थापित किया गया है।अधिकतर लोग पिछले दो सालों से आर ओ का पानी ही पी रहे है।इसके बहजूद भी दर्द होना और इलाज से आराम न मिलना चिंता का विषय बनता जा रहा है।पर्यावरण कार्यकर्ता और फ्लोराईड पर काम कर रहे प्रेम नारायण अग्रहरी का कहना है कि इस क्षेत्र में हवा और पानी दोनों में प्रदूषण का प्रभाव है हवा के माध्यम से जो प्रदूषण हमारे शरीर मे जाता है उसका 83 फसडी तो शरीर मे रुक जाता है।जबकि पानी के माध्यम से जो प्रदूषित तत्व शरीर मे जाता है उसका73 फसडी हानिकारक तत्व पेशाब के माध्यम से बाहर निकल जाता है ।ऐसे में धीरे धीरे आदमी प्रदूषण सम्बंधित बीमारियों के गिरफ्त में आ जाता है।इससे चर्म रोग,किडनी की समस्या,गर्भपात। पागलपन,हड्डियों में दर्द आदि की समस्या बड़ जाती है ।जिसका इलाज भी आसान नही होता। मामले को लेकर सी एच सी के अधीक्षक डॉ फिरोज का कहना है कि मरीज की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

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