हत्याकाण्ड के बाद दहसत के कारण स्कूल जाने से डरते है उम्भा गांव के बच्चे

सोनभद्र। घोरावल थाना इलाके के मुर्तीया ग्राम पंचायत के उम्भा गांव में 17 जुलाई को जमीन विवाद में ग्राम प्रधान के समर्थकों ने गोली चला कर 10 आदिवासियों की हत्या कर दिया और 28 लोग घायल हुई थे। इस घटना के बाद देश की सियासी हलचल बढ़ गयी तो वही गांव के डरे सहमे स्कूली बच्चे स्कूल जाना बंद कर दिया है । इन बच्चो का कहना है कि उम्भा से 5 किमी दूर मूर्तिया गांव में स्थित जूनियर हाईस्कूल में पढ़ने जाना पड़ता है। हमे डर है कि ग्राम प्रधान के लोगो द्वारा मारपीट कर बंधी मे फेंक दिया जाएगा।

गाँव मे एक तरफ घटना के बाद सियासी पारा तेज़ है वही गांव में मुख्यमंत्री को आना पड़ गया । लेकिन किसी का ध्यान बच्चो की तरफ नही गया । घटना के बाद आज तक बच्चे स्कूल नही गए । बच्चो का कहना है हमारे गांव में 5वी के बाद कोई स्कूल नही है हमे 5 किलोमीटर दूर प्रधान के गांव जाना पड़ता है जहाँ स्कूल है।

लाल साहब (छात्र) ने बताया की प्रधान ने हमारे गांव के लोगो को मार दिया था अब हम लोग पढ़ने जाएंगे तो हमे मार कर बंधे में फेंक देंगे
प्रधान का खौफ किस तरह से बच्चों के जेहन में है जिसको कोई नही देखने वाला । नेता राजनीति करने में , अफसर अपने को बचाने में लगे हुए है बच्चो के बारे में तत्कालिक कोई सांत्वना नही दिया। 10वी में पढ़ने वाली छात्रा ने बताया की कण्व में 5वी के बाद कोई स्कूल नही है, 8वी में पढ़ने के लिए प्रधान के गांव मुर्तिया जाना पड़ता है । 10 के लिए घुवास जाना पड़ता है गांव से 100 से अधिक बच्चे पढ़ने के लिए जाते है अभी कोई स्कूल नही जा रहा है डर के मारे ।

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