सोनभद्र। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सोनभद्र के उम्भा-सपही गांव पहुंचे। जहां बीते 17 जुलाई को गोलीकाण्ड में हुए नरसंहार मारे गए मृतकों के परिजन से मुलाकात करने के अलावा घायलों के परिजनों से भी मुलाकात किया।सोनभद्र में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम योगी ने कहा कि सोनभद्र नरसंहार मामले में आरोपियों का समाजवादी पार्टी से कनेक्शन हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पाप उसको भोगना पड़ेगा।सीएम योगी ने जानकारी दी कि मृतकों का मुआवजा 5 लाख से बढ़ाकर 18.50 लाख किया गया है।वहीं घायलों को अब 50 हजार से बढ़ाकर 2.50 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे।योगी ने कहा कि एक माह के भीतर सभी गांव वालों को प्रधानमंत्री आवास ,शौचालय की सुविधा दी जाएगी।घटना के बाद सीएम योगी ने गांव में पुलिस चौकी, अग्निशमन केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र और बुजुर्गों को वृद्ध पेंशन,विधवा पेंशन,विकलांग पेंशन देने की घोषणा किया।इसके अलावा गांव में बिजली,पानी की सुविधा भी मुहैया कराने का आदेश दिया।
इस नृशंस हत्याकांड में घायल हुए लोगों के परिजनों को सीएम योगी ने 50-50 हजार का चेक दिया।कहा कि समाजवादी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता है मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान।कहा कि कांग्रेस को वनवासी परिवारों से माफी मांगनी चाहिए, यह जो गोलीकांड हुआ है यह पाप कांग्रेस की ही देन है।
घोरावल के मूर्तिया गाँव मे नरसंहार के मामले में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैंने खुद डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे व्यक्तिगत तौर पर मामले की निगरानी करें।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जमीन पर 1955 से विवाद था।योगी ने जानकारी दी कि वारदात के बाद एसडीएम, सीओ, एसओ सहित हल्का और बीट के सभी सिपाही निलंबित कर दिए गए हैं।साथ ही इस जमीनी विवाद की जांच अपर मुख्य सचिव राजस्व को सौंप दी गई है।योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा की दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सोनभद्र में हुई हत्या की जांच एक कमिटी करेगी।जो भी दोषी हैं उनको छोड़ा नही जाएगा।
उन्होंने कहा कि 1955 से लेकर अब तक के पूरे घटनाक्रम की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी सहित 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।सीएम ने कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी होगा ,उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।कहा कि राजस्व परिषद अध्यक्ष के नेतृत्व में टीम गठित करके जंगल के अंदर जमीन की मैपिंग होगी।इस दौरान मुख्य सचिव डॉ अनूप चन्द्र पांडेय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डीजीपी ओपी सिंह, डीआईजी मिर्जापुर पीयूष श्रीवास्तव, एसपी सलमान ताज पाटिल, सदर विधायक भूपेश चौबे, जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा, दुद्धी विधायक हरिराम चेरो, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल आदि मौजूद रहे।