दुद्धी। कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम योजना के अंतर्गत बुधवार को स्थानीय ब्लाक परिसर में एक दिवसीय विकासखंड स्तरीय किसान मेला एवं खरीफ गोष्ठी का आयोजन किया गया। किसान मेला में कृषि विभाग सहित पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों एवं समूह की महिलाओं द्वारा बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपने स्टाल लगाकर किसानों को जागरूक जागरूक किया गया। मेले में आये सैकड़ों किसानों को संबोधित करते हुए जिला मुख्यालय से आए कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर पंकज कुमार मिश्रा ने कहा कि किसान और कृषि विकास के बीच प्रसार सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। इस कड़ी को मजबूत करके ही किसान को विकास की धारा से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने खरीफ फसल की चल रही बुवाई में धान, मक्का, अरहर, तिल, उड़द इत्यादि फसलों की भूमि प्रबंधन से लेकर उन्नतिशील बीजों की प्रजातियां के साथ-साथ जैविक कृषि पर विस्तार से प्रकाश डाला। उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी दुद्धी डॉक्टर प्रदीप कुमार ने जोखिम प्रबंधन एवं पशुधन बीमा योजना, पशुओं में खुर पका मुंह पका रोग, राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत कृषि कल्याण अभियान कार्यक्रम उत्तर प्रदेश पशुधन विकास परिषद द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की विस्तृत रूप से जानकारी दी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहसील कोऑर्डिनेटर उमेश कुमार ने किसानों के हित में चलाई जा रही सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डाला। खंड विकास अधिकारी दुद्धी प्रदीप कुमार पांडे ने अपने ग्रामीण अनुभवों को किसानों से साझा करते हुए पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन व समाज में शराब से फैल रही कुरीतियां इत्यादि पर विधिवत प्रकाश डाला। जिला मलेरिया अधिकारी ने लोगों को डेंगू, मलेरिया व टाइफाइड इत्यादि बीमारियों से बचाव एवं उपचार के सुझाव दिए। ब्लॉक प्रमुख अनिल कुमार ने कहा कि दुद्धी क्षेत्र के किसान भी जागरूक हो चुके हैं । प्रदर्शनी में लगे इनके फलों एवं सब्जियों को देखकर इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां की सब्जियां औद्योगिक क्षेत्र शक्तिनगर तक और डाला तक जाती हैं। अब यहां के किसान अपने खेतों में मोटा अनाज कम उगाते हैं। धान की प्रजातियों में भी मोटा धान कम ही जगह देखने को मिलता है। ज्यादातर हाइब्रिड और कुछ जगहों पर तो बासमती बादशाह भोग और जीरा 32 जैसे धान की रोपाई देखने को मिली है। यह इस बात का संकेत है कि यहां के किसान प्रगतिशील किसानों की श्रेणी में आने की श्रेणी में शामिल है। कनहर बांध के बनते ही जब किसानों को भरपूर पानी मिलने लगेगा तो यहां के किसान अपनी खेती को और अच्छी तरीके से पैदा करने में सफल होंगे। मेले में कृषि विभाग ने स्टाल लगाकर किसानों को खाद, उर्वरक व बीज की उन्नतशील प्रजातियां की जानकारी, समूह की महिलाओं द्वारा सब्जियों का स्टाल लगाया गया जबकि पशुपालन विभाग द्वारा बंध्याकरण पशुओं की देखभाल रोग उपचार कृत्रिम गर्भाधान इत्यादि की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन गौरी शंकर मौर्य ने किया। इस अवसर पर एडीओ (एजी)सुरेश सिंह चौहान, एडीओ (पीपी) फजलुरहमान, पशुधन प्रसार अधिकारी हिमांशु जी, अनिल कुमार सहित भारी संख्या में क्षेत्र के किसान व समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।