सोनभद्र/दिनांक 28 मई,2019। जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 27 मई,2019 की रात में भलुआ टोला निवासी जितेन्द्र कुमार की धर्मपत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर घर से अस्पताल/प्रसव कराने के लिए जाते वक्त ओबरा बाजार के सड़क के किनारे बच्चा पैदा हो जाने की जानकारी मिलने पर तत्काल मुख्य चिकित्साधिकारी को आदेशित किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एस0पी0 सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सड़क के किनारे बच्चा पैदा होने व समय से 102 एम्बुलेंस को न पहुंचने के प्रकरण की जानकारी करायी गयी और पाया गया कि भलुआ टोला निवासी सुषमा देवी पत्नी जितेन्द्र कुमार के द्वारा 102 एम्बुलेंस बुलाने के लिए 27 मई,2019 के रात्रि 08 बजकर 40 मिनट पर फोन किया। 102 एम्बुलेंस प्रभारी द्वारा रात्रि 09 बजकर 8 मिनट पर ओबरा पहुंचने की रिपोर्ट की गयी है। जबकि सुषमा देवी व उसके परिवार का कहना है कि एम्बुलेंस न आने और प्रसव पीड़ा बढ़ने की वजह से ओबरा नगर के सड़क किनारे रात में घरेलु महिलाआेंं की उपस्थिति में सकुशल बच्चा पैदा हुआ और जच्चा-बच्चा दोनों अपने घर भलुआ टोला वापस हो गये। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि प्रकरण की वास्तविकता जानने के लिए एएनएम, डॉक्टर व आशा की टीम भेजी गयी, जहां प्रसूता की स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर पायी गयी। परीक्षण के दौरान नवजात बच्चें का वजन मानक से कम पाया गया। बच्चे का वजन मानक से कम पाये जाने पर बच्चे के देख-भाल के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चोपन में स्थापित नवजात शिशु स्थिकरण इकाई/एनबीएसयू में भर्ती कराया गया है, जहां शिशु के स्वास्थ्य की देख-भाल की जा रही है और शिशु का स्वास्थ्य भी ठीक-ठाक है। उन्होंने बताया कि 102 एम्बुलेंस को देर से पहुंचने के सम्बन्ध में जीपीएस ट्रैकिंग की जॉच अलग से करायी जा रही है, जिस स्तर पर कमी पायी जायेगी, उनकी जिम्मेदारी तय की जायेगी। ————————————–