मृतक प्रधान सुरेंद्र सिंह
अमेठी ।
स्मृति ईरानी के करीबी कार्यकर्ता की हत्या मामले में यूपी पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बीडीसी सदस्य रामचंद्र, धर्मनाथ गुप्त और नसीम को गिरफ्तार किया है। रामचंद्र का संबंध एक राजनीतिक दल से संबंध बताया जा रहा है। पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है और गोली मारने वाले वसीम और गोलू की तलाश की जा रही है।
आपको बता दें कि शनिवार रात अमेठी में बीजेपी कार्यकर्ता और बरौली गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या से सनसनी फैल गई। सुरेंद्र सिंह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेहद करीबी थे और लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने स्मृति ईरानी के लिए जमकर चुनाव प्रचार किया। नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी ने सख्त रुख दिखाया है। उन्होंने कहा कि 1977 से सुरेंद्र सिंह जमीनी कार्यकर्ता रहे हैं। यह बेहद दुखद है कि अमेठी में पार्टी की जीत की खुशी मनाने के बाद उनकी हत्या कर दी गई।
सुरेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने स्मृति ईरानी दिल्ली से अमेठी पहुंचाी। उन्होंने कहा, मैंने सुरेंद्र सिंह के परिवार के सामने एक शपथ ली है। जिसने उनकी हत्या की और जिसके कहने पर मारने का आदेश दिया गया, अगर मुझे उन्हें मौत की सजा दिलाने सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़ा तो मैं अदालत का दरवाजा जरूर खटखटाऊंगी। उन्होंने कहा, पूरा बीजेपी परिवार और पार्टी कार्यकर्ता पीड़ित परिवार के साथ है। हम चाहते हैं कि परिवार को न्याय मिले। साथ उन्होंने कहा, जिन्होंने सुरेंद्र सिंह पर गोलियां चलाईं और जिसने गोली चलाने को कहा, उन्हें फांसी की सजा होनी चाहिए। अगर जरूरत पड़ी तो हम न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे। अमेठी में डर पैदा करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने नाम लिए बिना कांग्रेस चीफ राहुल गांधी का भी जिक्र किया। स्मृति ईरानी ने कहा कि मुझे प्यार से अमेठी की सेवा करने को कहा गया था। संदेश बहुत साफ है। मैं अमेठी के विकास के लिए काम करूंगी। अमेठी सीट गंवाने के बाद राहुल गांधी ने स्मृति ईरानी से कहा था कि वह अमेठी की जनता की प्यार से देखभाल करें