मुहर्रम की सप्तमी को पुरसुकून माहौल में सम्पन्न हुए विविध कार्यक्रम

शाम को कर्बला पर उमड़ा अकीदतमंदों का हुजूम

देर रात सम्पन्न हुई केला काटने और मिट्टी खुदाई की रस्म

रवि कुमार सिंह

दुद्धी-सोनभद्र। मुहर्रम की सप्तमी के अवसर पर वृहस्पतिवार को सांयकाल से ही नगर के अलग-अलग स्थानों पर विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। अपराह्न 4 बजे से रेलवे स्टेशन मोड़ बढनीनाला स्थित कर्बला पर अक़ीदतमंद महिला-पुरुषों के अलावा भारी संख्या में बच्चों का आवाजाही जो शुरू हुई तो

आवागमन का यह कार्यक्रम देर शाम तक अनवरत जारी रहा। अखाड़ा कमेटी द्वारा सप्तमी के पूर्व कर्बला को रंग-रोगन कर आकर्षक विद्युत झालरों व मास्क लाइट से रोशनाश किया गया था। इसके अलावा समूचे कब्रिस्तान परिसर की साफ-सफाई कर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की गई थी। कर्बला के मुख्य द्वार पर टेंट-शामियाना लगवाकर ध्वनि विस्तारक यंत्र से माकूल इंतज़ाम और व्यवस्था सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश की एनाउंसिंग अखाड़ा कमेटी के सदर फतेहमुहम्मद खान द्वारा किया जाता रहा। इंतजामिया कमेटी की कार्य

प्रणाली से खुश जायरीनों द्वारा कमेटी को आर्थिक सहयोग भी प्रदान की गई जिसकी बाकायदा माइक से उदघोष केंद्रीय अखाड़ा कमेटी के पूर्व सदर सेराज खान द्वारा की जाती रही। अकीदतमंद लोग कब्रिस्तान पहुंच कर अपने मरहुमीन की कब्रों पर फ़ातेहा पढ़ी। वहीं कर्बला पहुंच शहीदाने कर्बला इमाम हसन-हुसैन के नाम तबर्रुख पेश कर फातेहा दिलाई। शाम से ही नगर के विभिन्न अखाड़ों और चौकों पर ढोल-ताशा की आवाज सुनाई देने लगी। रात्रि 10 बजे नगर के वार्ड नं 11 दर्जी मुहाल, जुगनू चौक, मीर मुहल्ला, साईं चौक, रंगसाज मुहल्ला रामनगर, कलकली बहरा के अलावा मलदेवा, खजूरी, डुमरडीहा आदि ग्रामीण अंचलों का अखाड़ा जामा मस्जिद के पास पहुंच कर घंटो लाठी-डंडे से युद्ध कला का प्रदर्शन किए। तत्पश्चात तहसील परिसर पहुंच केला काटने की रस्म अदा की। इसके बाद अर्धरात्रि को या अली-या हुसैन के नारों के बीच प्राचीन तालाब पहुंचकर मिट्टी खुदाई की औपचारिकता पूरी कर अपने गंतव्य को लौट गए। कर्बला पर हुसैनी नौजवान कमेटी के फिरोज खलिफा, सभासद शाहिद, सैफुल्लाह एड, तालिब अली, एजाजुलहुदा, जोखन खलीफा, अलीरजा हवारी अपने सहयोगियों के साथ इंतजाम में मशगूल रहे। सुरक्षा की दृष्टि से सीओ राजेश कुमार राय के नेतृत्व में कोतवाल मनोज सिंह कई अन्य दरोगा भारी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवानों के साथ मुस्तैद रहे।

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