आदिवासी वनबंधु चुआड़ नदी नाले का पानी पीने के लिए है मजबूर

बेलछ ग्राम सभा के छतैनी, टेकाम आदिवासी बैगा बस्ती की हाल है बेहाल जनप्रतिनिधि हैं बेखबर

मोहन गुप्ता

गुरमा-सोनभद्र। सदर विकास खण्ड अन्तर्गत बेलछ ग्राम सभा के टेकाम, छतैनी, आदिवासी बैंगा बस्ती निवास कर रहे वनबंधु महिला पुरुष बच्चे आज के विकास परिवेश में भी आवागमन एवं स्वच्छ जल के अभाव में चुआड़, नदी, नाले का प्रदूषित जल पीने के लिए विवश हैं। इस समस्या से जूझ रहे लोगों ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की

गुहार लगाई है। उक्त सम्बंध में बेलछ गांव के टेकाम निवासी कल्लू बैगा बनारसी, नखडु बैगा, बताया कि टेकाम के पश्चिम स्थित बैगा बस्ती में कोई भी सरकारी हैण्ड पम्प न होने के कारण यहां के लोग आज भी नदी नाले का प्रदूषित चुआड़ का पानी पीने को मजबूर है। जो वर्षांत के मौसम में पानी काफी गंदा हो जाता है। जिससे गरीब निरीह बस्ती के लोग पेट के तरह-तरह रोग से पीड़ित हैं साथ ही यहां पर घाघर नदी के खर्रा‌ घाट पर कोई पुल न होने के कारण यहां के लोग

आवागमन के समस्या भी सदियों से जुझ रहे हैं। इस सम्बंध में श्रीराम टेकाम पूर्व प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि आदिवासी बस्ती टेकाम बैगा बस्ती, छतैनी के आदिवासी महिला पुरुष बच्चे आज के विकास परिवेश में पैदल दो किमी पैदल पगडंडी खेत मेड़ों नदी नाले रास्ते चल कर मुख्य सम्पर्क मार्ग तक पहुंचते हैं। इस सम्बंध में जिला अधिकारी से प्रार्थना पत्र के माध्यम से ठोस उचित कार्रवाई कराने की मांग किया है जो आदिवासी वन बंधुओ जनजातियों के विकास के हित में होगा।

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