भोलानाथ मिश्र की कलम से✍️
सोनभद्र(सर्वेश कुमार)। पहली लोकसभा चुनाव 1951-52 में हुआ था। कांग्रेस के जे एन विल्सन सामान्य और रूपनारायण अनुसूचित सीट से दो बैलों की जोड़ी चुनाव चिन्ह से जीते थे। यही जोड़ी सन1957 मे भी कामयाब हुई थी। नगवा ब्लॉक के वैनी गांव के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम स्वरूप राम, सन 1962, सन 1967 और 1971में लगातार तीन बार चुनाव जीतकर जीत की हैट्रिक लगाए थे। सन 1977 में जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह चक्र के भीतर कंधे पर हल लिए निशान पर जनसंघ घटक की ओर से दुद्धी के महुली गांव के शिव सम्पत राम 71.23 प्रतिशत मत पाकर रिकार्ड बनाए थे। सन 1980 और सन 1984 में कांग्रेस के राम प्यारे पनिका हांथ के पंजा निशान से विजई हुए थे। सन 1989 में बीजेपी के सूबेदार प्रसाद कमल निशान से जीते थे। सन 1991 में जनता दल के चक्र निशान से रामनिहोर राय निर्वाचित हुए थे। सन 1996, सन 1998 और सन 1999 में लगातार तीन बार जीतकर जीत की तिकड़ी लगाने वाले बीजेपी के राम सकल दूसरे सदस्य बन गए। 2004 में बहुजन समाज पार्टी के चुनाव चिन्ह हाथी निशान पर लाल चंद कोल फिर 2007 में चुनाव हुआ तो इसी पार्टी और निशान से भाई लाल कोल चुने गए। सन 2009 में समाजवादी पार्टी के साइकिल निशान से पकौड़ी लाल कोल लोक सभा के सदस्य बने। 2014 में बीजेपी के कुंवर छोटे लाल खरवार सांसद बने। सन 2019 के चुनाव में अपना दल एस के चुनाव चिन्ह कप प्लेट से पकौड़ी लाल कोल लोक सभा सदस्य हैं। इस क्षेत्र से सन 1952 से लेकर 2019 तक कांग्रेस 7 बार, बीजेपी 6 बार, बसपा 1 बार, सपा 1 बार, जनता दल और अपना दल एस 1 बार चुनाव जीत चुके हैं। ज्ञात हो लोकसभा राबर्ट्सगंज सीट का उप चुनाव 2007 में स्ट्रिंग आपरेशन दुर्योधन के कारण दोबारा हुआ था। वैसे लोक सभा का अब तक 17 बार चुनाव हो चुका है। सन 2024 में
18वीं लोकसभा का आम चुनाव होना है।