अम्बरीष ने आंदोलन को बनाया जन आंदोलन !

– पूरी हुई सौगंध मंदिर वही बनाएंगे।

सोनभद्र। (भोलानाथ मिश्र / सर्वेश श्रीवास्तव) श्री रामजनभूमि आंदोलन के दौरान खाई गई सौगंध मंदिर वही बनाएंगे पूरी हो गई। आंदोलन को जन-जन तक ले जाकर धार देने वाले अम्बरीष जी तब विंध्याचल मण्डल के संगठन मंत्री हुआ करते थे। ताला खोलो रथयात्रा रही हो, चाहे शिलापूजन अथवा अन्य कोई अभियान सभी आंदोलन को जन आंदोलन में बदलने वाले विहिप के संगठन मंत्री स्वयं पीछे रहकर नेतृत्व खड़ा करते रहे। इसी का परिणाम था कि विहिप के जन आंदोलन से निखर कर निकले कार्यकर्ता जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में आज भी अलख जगा रहे है। सभी के सपने सच हो गए है । श्रीराम लला भव्य मंदिर में विराजमान हो गए है।

      आंदोलन से निकले लोग

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मिर्जापुर जिले के बगहा गांव से पारसनाथ सिंह, भूपेंद्र सिंह, गंगासागर दुबे आंदोलनों को घर-घर तक ले गए थे। सोनभद्र के जमसोकर गांव के स्मृतिशेष बाबू श्रीनिवास सिंह, राबर्ट्सगंज के शिवधारी शरण राय, लोढ़ी गांव के गोविंद यादव, लसड़ा गांव के दयाशंकर पाण्डेय, बभनौली कला के मनोज पाण्डेय, पगिया के जटाशंकर पाण्डेय, ओडहथा गांव के वीरेंद्र पांडेय, बहुआर के शिवप्रसाद तिवारी, चोपन टापू गांव के देवेंद्र प्रसाद शास्त्री, कोमल सिंह आदि सक्रियता से आंदोलन में भाग लिया।  बसदेवा गांव के ओमप्रकाश दुबे,  अतरवा के रामजी दुबे, बगही के प्रभा शंकर मिश्र, ओम देवी सक्रिय थे। राबर्ट्सगंज के विजय कनोडिया, पंडित रामचंद्र मिश्र एडवोकेट और स्मृति शेष पंडित राम कृष्ण तिवारी एडवोकेट आदि ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिए।

           सभी के प्रेरणा श्रोत

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मिर्जापुर जिले के मड़िहान के पास बसही गांव में संघ प्रचारक रहे कुलीन पिता के संतान के रूप में जन्में अंबरीश जी बचपन से ही प्रखर राष्ट्रवाद से संस्कारित सनातनी परिवार में पले बढ़े। बड़े होकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद गोटी बांध गांव के पंडित जवाहर लाल मिश्र के संपर्क में आकर विश्व हिंदू परिषद से ऐसे जुड़े की आज आजादी के अमृत काल में राष्ट्रीय मंत्री के रूप में पूरे भारत में अपने ओज और प्रवाहपूर्ण प्रखर विचारों के लिए जाने जाते हैं। अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान श्रीराम लला विराजमान हुए तब केंद्रीय मंत्री की वो सौगंध पूरी हो गई जिसे वे बार-बार दुहराते हुए संगठन के लिए देव दुर्लभ कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी करते रहे।श्री रामजनभूमि आंदोलन के महानायक रहे अशोक सिंहल, ठाकुर गुरजन सिंह, ओंकार भावे, विनय कटियार समेत अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के विहिप पदाधिकारियों के संग आपको कार्य करने का अवसर मिला था। मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली समेत अन्य जनपदों में अंबरीश जी के द्वारा गढ़े गए कार्यकर्ता आज बीजेपी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समेत अन्य संगठनों में सक्रिय रहकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। प्रखर वक्ता के रूप में भारत के हर क्षेत्र में श्रीराम भक्त अंबरीश जी किसी परिचय के मोहताज नही हैं। उनकी वाणी और उनके प्रखर ओज पूर्ण विचार सुनने लिए सभी आज भी लालायित रहते हैं।

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