“आइल बा महंगाई ये माई, कैसे चुनरी चढ़ाईं हो”

श्याम साहित्य दर्पण काव्य मंच के  कलमकारों ने बांधी समां

गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)। सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक संस्था “श्याम साहित्य दर्पण काव्य मंच” सम्बद्ध (सोनभद्र मानव सेवा आश्रम ट्रस्ट) के तृतीय स्थापना दिवस 13 अक्टूबर 2023 दिन शुक्रवार को सायंकालीन ऑनलाइन कवि सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से हिन्दी भाषी कवियों, कवयित्रियों ने संस्था के उत्तरोत्तर उत्थान के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए अपने अनुपम काव्य पाठ से चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम का

शुभारंभ, संस्था की सक्रीय सदस्या व वरिष्ठ कवयित्री, कच्छ गुजरात की पावन धरा से डॉ. संगीता पाल ने बेहद सुमधुर वाणी वन्दना से किया। उन्होंने अपने भोजपुरी गीत “आइल बा महंगाई ये माई, कैसे चुनरी चढ़ाईं हो” से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। काव्य पाठ को आगे बढ़ाते हुए, आजमगढ़ उत्तर प्रदेश से युवा रचनाकार अजय कुमार यादव ने “ जितने गीत लिखे हैं मैंने, सबमें प्रेम कहानी है” की अनुपम प्रस्तुति, राजधानी दिल्ली से वरिष्ठ कवि देवेश दीक्षित जी, अपने

काव्यपाठ में पर्यावरणीय संदेश दिया। सोनभद्र से मूर्धन्य कवि कृष्ण कुमार साहनी जी ने “ये हिंद की धरती मैंने देखा” की बेहतरीन प्रस्तुति, खगड़िया बिहार से बेहतरीन कवयित्री साधना भगत ने “राधा रानी के पैरों की रूम झूम, वृंदावन में भुलाने लगी हैं” से पटल को भक्तिमय कर दीं। वहीं सोनभद्र से हास्य के अद्भुत हस्ताक्षर सुनील कुमार चउचक ने व्यंगात्मक रचना “का बताई ये चच्चा” की सुंदर प्रस्तुति से सभी को हंसी के समंदर में डुबाते रहे। सिन्होर मध्य प्रदेश से बेहतरीन सायर गजानंद ने सुमधुर ग़ज़ल प्रस्तुत किए। नागपुर महाराष्ट्र से दर्द सायरा वीणा आडवाणी ने अद्वितीय गीत प्रस्तुत की। अलवर राजस्थान से संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. विपुल कुमार भवालिया ने संस्था के समृद्धि के लिए मंगल कामनाएं करते

हुए अपने रचना “जब तुम छोटे थे, मम्मी पापा के अंगुली पकड़े रहते थे” इस कविता से पटल पर उपस्थित सभी कलमकारों को बचपन की सैर करवाए। आगे उन्होंने कहा कि हम संस्था को हिंदी साहित्य के क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे। बधाई संदेश देने वाले सम्मानित श्रोताओं में सोनभद्र से मानव सेवा आश्रम ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी गौतम विश्वकर्मा, शिक्षिका रेनू कुमारी, डीएस पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सूरज कुमार प्रजापति, सेंसई किशन राज, सेंसई सुगवंत भारती, शिक्षक अश्वनी कुमार, यू ट्यूब ब्लॉगर सोनू राज, डॉक्टर अनिल कुमार, चंदा चौहान सहित दो दर्जन से ज्यादा लोग मौजूद रहे। इस पूरे कार्यक्रम को अपनी कला कृतियों से सुनियोजित तरीके से संचालित किया संस्था के राष्ट्रीय सचिव और यूथ आइकॉन कविवर अवध बिहारी अवध ने। अंत में संस्था के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम बिहारी मधुर ने पटल पर उपस्थित सभी सम्मानित काव्य मनीषियों का कोटि कोटि अभिनंदन करते हुए एक बधाई गीत “आज मेरे आंगन में खुशियां हैं आई, बधाई–बधाई सभी को बधाई” की सुंदर प्रस्तुति से सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने संस्था के विस्तार के लिए सभी से सहयोग की अपील की। पटल पर उपस्थित सभी साहित्यकारों को डिजिटल प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।

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