शरद पूर्णिमा के उपलक्ष्य में एनटीपीसी सिंगरौली में आयोजित शास्त्रीय संगीत की अमृत रस से सराबोर हुआ ऊर्जांचल

सोनभद्र।शरद पूर्णिमा के उपलक्ष्य में एनटीपीसी सिंगरौली में आयोजित शास्त्रीय संगीत की अमृत रस से सराबोर हुआ ऊर्जांचल।

शरद पूर्णिमा के अवसर पर एनटीपीसी सिंगरौली शक्तिनगर के आवासीय परिसर में स्थित शक्तेश्वर मंदिर के प्रांगण में शक्ति संगीत कला परिषद, शक्तिनगर के सौजन्य से शरद पूर्णिमा की रजत जयंती के उपलक्ष्य में शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति का भव्य आयोजन किया गया|एनटीपीसी सिंगरौली विद्युत गृह के प्रमुख श्री बसुराज गोस्वामी की अध्यक्षता एवं एनसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री भोला सिंह के मुख्य आतिथ्य में शास्त्रीय संगीत की नामचीन कलाकारों की भव्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
शास्त्रीय संगीतकार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री भोला सिंह, अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक, एनसीएल, कार्यक्रम के अध्यक्षश्री बसुराज गोस्वामी, मुख्य महाप्रबंधक एनटीपीसी सिंगरौली, एन सी एल के निदेशक मंडल एवं विभागाध्यक्षों व विभिन्न परियोजनाओं के महाप्रबंधकगण द्वारा दीपप्रज्वलन कर किया गया। एतदुपरांत अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया गया तथा संस्था के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार दूबे द्वारा स्वागत भाषण के माध्यम से मुख्य अतिथि, कार्यक्रम के अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथि एवं आगंतुकों का अभिनंदन किया गया। संस्था के सचिव सी एस जोशी ने संस्था के भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम सब अपने क्षेत्र की प्रतिभा को खोजने का कार्य करेंगे और आगामी वर्ष में उन्हें प्रस्तुति का अवसर प्रदान करेंगे।
शास्त्रीय गायन की शुरुआत इंदौर से श्री गौतम काले एवं संगतकार के रूप में हारमोनियम पर पं0 धर्मनाथ मिश्र (वाराणसी), तबला पर अंशुल प्रताप सिंह (भोपाल), एवं अमित आलेकर पधारे ने रागविहार विलंबित एकताल में ‘कैसे सुख सोवै नींद न आवै’, आणा चौताल ‘ छेड़ो न मोहे कान्हा’ बंदिशें के माध्यम से हुईं। इसी क्रम में अगली प्रस्तुति सितार जुगलबंदी की रही जिसमें बनारस घराने के सितारशिरोमणि पद्मश्री पं0 शिवनाथ मिश्र के साथ ख्यातिलब्ध सितार वादक पं0 देवब्रत मिश्र ने तबला वादक प्रशांत मिश्र व कृष्ण मिश्र के साथ सुर मिलाए।
कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति कलकत्ता से आईं लखनऊ घराना की कथक नृत्यांगना सुश्री सुलग्ना बनर्जी ने पं0 दीनानाथ मिश्र (तबला), पं0 धर्मनाथ मिश्र (हारमोनियम), श्री नीरज मिश्र (सितार) एवं श्री अनीश मिश्र (सारंगी) के साथ मनमोहक प्रस्तुति देकर उपस्थित जनमानस को भावविभोर कर दिया।
उक्त अवसर पर विशिष्ट अतिथियों में श्री मनीष कुमार, निदेशक कार्मिक एनसीएल, श्री रजनीश नारायण, निदेशक वित्त एनसीएल, श्री दीपेन मेहरा महाप्रबंधक वित्त, विभागाध्यक्ष, एनसीएल, श्री भारतेंदु कुमार महाप्रबंधक खनन विभागाध्यक्ष एनसीएल, श्री विपिन कुमार महाप्रबंधक जयंत परियोजना,श्री राजीव कुमार महाप्रबंधक खड़िया परियोजना, श्री राजीव कुमार सिंह महाप्रबंधक बीना परियोजना,सासन पावर स्टेशन के डायरेक्टर श्री आनन्द देशपाण्डेय, एडमिन हेड,एन सी एल महिला मंडल की अध्यक्षा,श्रीमती जयिता गोस्वामी,अध्यक्षा,वनिता समाज, श्री कर्नल मूर्ती सपरिवार,श्री अमरीक सिंह भोगल,महाप्रबंधक(मेंटेनेंस),श्री ए. के. सिंह महाप्रबंधक(प्रचालन),श्री प्रबोध कुमार महाप्रबंधक (ईंधन प्रबंधन),श्रीबिजोय सिकदर विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन),श्री डी के सारस्वत, अपर महाप्रबंधक (एमजीआर),एनटीपीसी एवं शक्ति संगीत कला परिषद की विदुषी परिहार, श्री श्याम अग्रवाल, श्री एस के सिंह, श्री वी के सिंह, श्री अजीत तिवारी, श्री एस एस परिहार, श्री विजय दुबे, श्री अमरेश पांडे, श्री सुभाष पटेल,श्री अमरेश मिश्रा,श्री बीके त्रिपाठी,श्री प्रमोद अग्रवाल,श्री रामप्रकाश साहिल,श्री मिश्रा,श्री अंबुज शुक्ला,श्री एके दुबे,श्रीओपी सिंह, श्री डॉ योगेन्द्र तिवारी, श्री रितेश सिंह सहित क्षेत्र के भारी संख्या में गणमान्य संगीत प्रेमी मौजूद रहे। समारोह के अंत में श्रोताओं को खीर प्रसाद का वितरण किया गया एवं संस्था के सचिव द्वारा सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया गया। संस्था की 25 वर्षों की यात्रा का वर्णन सत्यनारायण पांडेय ने किया।

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