म्योरपुर/पंकज सिंहबनवासी सेवा आश्रम के विचित्रा महा कक्ष में गुरुवार को उषा इण्टरनेशनल फाउण्डेशन के सहयोग से नौ दिवसीय विशेष सिलाई शिक्षिका प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन कस्तूरबा गांधी ट्रस्ट की पूर्व मंत्री चतुरा बहन ने दीप प्रज्वलित कर किया। राष्ट्रीय कस्तुरबा गांधी ट्रस्ट के पूर्व सचिव चतुरा बहन ने अपने उद्दघाटन संबोधन में उन्होंने कहा कि गांधी चाहते थे देश की हर बेटी बहन स्वावलंबी हो अपना हर काम स्वयं करे। यह काम दोनोंबनवासी सेवा आश्रम उषा इण्टरनेशनल फाउण्डेशन कर रही इसके लिए ढेरों शुभकामनाए दी। बनवासी सेवा आश्रम में आदिवासी बहनों के लिए विशेष स्वालंबन सिलाई प्रशिक्षण का शुरूआत हुआ जिसमें कुल 20 बहनें भाग ले रहीं हैं। इसके लिए दो प्रशिक्षक लखनऊ से मीता भट्टाचार्या व कांता चौधरी सिखाने का काम कर रहीं है। जानकारी के पिछले एक वर्ष से 60 सिलाई स्कूल संचालित है जिसमें सैकड़ों बहने सीखकर अपनी जीवनस्तर उंचा कर रहीं हैं। आश्रम मुखिया शुभाबहन अपने संबोधन में कहा कि आप सभी सिलाई शिक्षिका ही नहीं बल्कि एक समाज शिक्षिका भी बनेगी। विजय पाण्डेय जी, स्टेट कोआर्डिनेटर ने बताया कि उषा फाउंडेशन देश विदेश में लगभग 26000 स्वालंबन सिलाई स्कूल संचालित कर हजारों बहनों को स्वावलंबन की ओर अग्रसित है। मौके पर जगत भाई, विमलभाई गिरधारी, नीरा सहित अनेक सजग कार्यकर्ता शामिल रहे।