यूरिया खाद के लिए मारामारी लैंपस सचिव भीड़ देखकर भागे

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

सागो बांध लैम्पस पर नहीं बंट पाया यूरिया उर्वरक।

किसान हलकान , सचिव परेशान।

बभनी। यूरिया खाद के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में किस तरह हल्ला बोल मचा है बयां नहीं किया जा सकता है। सहकारी समितियों में प्रर्याप्त यूरिया खाद नहीं मिल पा रहा है । परेशान किसान 500 रूपये बोरी खरीदने के लिए विवश हैं। किसानों का कहना है कि समय रहते यूरिया उर्वरक का प्रयोग नहीं किया गया तो बाद में प्रयोग करने से कोई फायदा नहीं होगा। जिला कृषि

अधिकारी अजय कुमार सिंह का कहना है कि जिले में यूरिया और डीएपी खाद की बिल्कुल कमी नहीं होगी। जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया और डीएपी का स्टा क है। जिला कृषि अधिकारी का यह कहना पूरे जिले में आजकल लैंपस पर भारी भीड़ को देखते हुए उनका कथन अतिशयोक्ति हो गया है। जिले में किसी भी लैंपस में किसानों की मांग के सापेक्ष 20% भी यूरिया की आपूर्ति नहीं है। बभनी ब्लाक के चैनपुर लैंपस में बुधवार को 200 बोरी यूरिया खाद की आपूर्ति थी जैसे ही वितरण प्रारंभ हुआ लगभग 500 किसानों की जमावड़ा लग गया। सचिव अनुपम बभनी थाने में सूचना देकर पुलिस बल को बुलाया तो किसी प्रकार 100 बोरी यूरिया का वितरण हो पाया। यही हाल म्योरपुर ब्लॉक के सा गो बांध लैंपस का रहा। शुक्रवार को 10:00 बजे जैसे ही लैंपस सचिव रामाशंकर सिंह यादव यूरिया खाद बांटने को तैयार हुए तो हजारों की भीड़ देखकर उनका हिम्मत डोल गया। । भीड़ को देखते हुए लैंपस सचिव भाग खड़े हुए। 10 -12 किलोमीटर दूर से चलकर आए दर्जनों गांव के सैकड़ों किसान बैगर यूरिया खाद लिए निराश होकर घर जाने को विवश हो गए। किसानों का कहना है कि खाद आपूर्ति का यही हाल रहा तो हम लोग विवश होकर आंदोलन करने को विवश हो जाएंगे क्योंकि हम लोग का फसल यूरिया खाद के अभाव में खराब हो रहा है। लैम्पस के आसपास किसानों की लगभग 500 की संख्या मे लोगो का हुजूम रहा।

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