रामजियावन गुप्ता/बीजपुर(सोनभद्र) नैगम सामाजिक दायित्व (सीएसआर) पहल के तहत उत्तर प्रदेश में स्तिथ एनटीपीसी रिहंद, द्वारा निर्मित स्कूल व छात्रावास भवनों का उद्घाटन माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 14 मार्च, 2021 को सेवा कुंज आश्रम, चपकी में किया।
अपने उदबोधन में राष्ट्रपति जी ने कहा “आज इस ‘सेवा कुंज संस्थान’ में नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण करके मुझे बहुत प्रसन्नता हुई है। मुझे बताया गया है कि यहां के विद्यालय एवं छात्रावास के भवनों का निर्माण, केन्द्र सरकार की विद्युत कंपनी, एनटीपीसी द्वारा कराया गया है। सामाजिक कल्याण के इस कार्य में योगदान के लिए मैं एनटीपीसी की सराहना करता हूं। मुझे विश्वास है कि नवनिर्मित भवनों और अन्य सुविधाओं से वनवासी समाज के प्रतिभावानविद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को और बल मिलेगा। मुझे बताया गया है कि बच्चों के रहने और पढ़ने के अलावा कंप्यूटर लैब और खेल के मैदान की सुविधाएं भी यहां उपलब्ध हैं।”इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमति आनंदी बेन पटेल और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, योगी आदित्य नाथ जी ने भी अपने उदबोधन में एनटीपीसी की इस पहल की सराहना की ।
एनटीपीसी के निदेशक (मानव संसाधन) श्री दिलीप कुमार पटे, श्री बालाजी आयंगर, कार्यकारी निदेशक (रिहंद) एवं वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे ।एनटीपीसी रिहंद द्वारा लगभग 11 करोड़ रुपए की लागत से ये भवन निर्मित किए गए हैं। स्कूल में 18 क्लासरूम और 24 कमरों के छात्रावास की सुविधा है। अतिरिक्त कमरों का निर्माण भी किया जा रहा है। एनटीपीसी ने निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उक्त भवनों के लिए 40 किलोवाट का सोलर पावर सिस्टम भी स्थापित किया है। इसके अलावा, एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा अपनी सीएसआर निति के तहत स्कूल के लिए अतिरिक्त कमरों का निर्माण भी किया जा रहा है। चपकी, सोनभद्र जिले के बभनी ब्लॉक के करिदाड गाँव में स्थित है। इस आश्रम का प्रबंधन एक स्वयंसेवी संस्था, सेवा समर्पण संस्थान द्वारा किया जाता है, जिसने उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के आदिवासी बच्चों को आवासीय मॉडल पर शिक्षा प्रदान करने की पहल की है।गैर-लाभकारी संगठन सेवा समर्पण संस्थान ने एनटीपीसी से आदिवासी समुदायों के लाभ के लिए अन्य बुनियादी सुविधाओं के साथ इमारतों का निर्माण करने का अनुरोध किया था। इस पहल के माध्यम से, संस्थान का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, जिसमें तीरंदाजी आदि जैसे आदिवासी खेल भी शामिल हैं। एनटीपीसी ने भी संस्थान के हॉस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए तीरंदाजी उपकरण खरीदने की प्रक्रिया शुरू की है।
उपरोक्त पहल एनटीपीसी की प्रमुख सीएसआर पहलों में से एक है, जिसके तहत यह शिक्षा, खेल और समग्र विकास के माध्यम से हाशिए के आदिवासी बच्चों के उत्थान के लिए प्रयास करता है।