बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
प्रभारी निरीक्षक व शिक्षकों ने किया सम्मानित।
बभनी।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के लिए विशेष होता है महिलाओं के सम्मान में बभनी थाने में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया है।जनता इंटर कॉलेज बभनी की छात्राओं व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की आशाओं को सम्मानित किया गया वर्ष 1908 में इसी दिन को पहली बार मनाया गया था। प्रभारी निरीक्षक अभय नारायण तिवारी ने बताया कि राजनीतिक, सामाजिक,
आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए ये दिन मनाया जाता है। साथ ही, इस दिन लोगों को लैंगिक समानता व महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरुक भी किया जाता है। सन् 1996 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने पहली बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को एक विशेष तरीके के साथ मनाना शुरू किया। इसी साल से वोमेंस डे को आधारिक मान्यता मिली। महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आए दिन महिला उत्पीड़न की खबरें आती रहती हैं, जो अत्यंत दुःखद है। बेटियों के बिना सृष्टि नहीं चल सकती परन्तु भ्रूण हत्या में अजन्मी बेटियों को गर्भ में ही मार दिया जाता है। इन सब पर हम सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। दक्षिणांचल ग्रामोदय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य एस के पाण्डेय ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं समाज में महिलाओं की भूमिका अग्रणी है । एनआरएलएम की खंड मिशन प्रबंधक मिथिलेश पांडेय ने कहा कि नारी को नारायणी कहा गया है महिलाओं का सम्मान में ही समाज का सम्मान है ।
आज के नई पीढ़ी के लड़कियो ,औरतों को आगे आकर समाज को एक नई दिशा देनी चाहिए । क्योंकि औरत से ही परिवार बनता है और परिवार से समाज तथा समाज शिक्षित करने में महिलाओ की अहम भूमिका है। उच्चतर माध्यमिक शिक्षण संस्थान देवनाटोला की प्रधानाचार्या चिंता यादव ने महिलाओ को अब दुर्बल नही सबल बनना होगा । वहीं राजकीय इंटर कालेज चपकी की अध्यापिका सविता जायसवाल ने बताया कि आज नारी सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका में हैं।
सविता जायसवाल ने यह भी बताया कि आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एनटीपीसी के द्वारा छात्राओं को जूते-मोजे भी वितरित किए गए। प्राथमिक विद्यालय आसनडीह पुरान बस्ती की प्रधानाध्यापिका चित्रा त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालय में महिलाओं को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया था और उनके अधिकारों को समझाते हुए जागरूक किया गया। इसके अतिरिक्त अमेरिकन पब्लिक स्कूल व एमएसडी पब्लिक स्कूल समेत अन्य विद्यालयों में भी मनाया गया।