ओम प्रकाश मिश्रा
–कान्वेंट का सपना साकार कर दिखाया शिक्षामित्र:सुनील अग्रहरी
–इंग्लिस स्कूल की तर्ज पर होगी बच्चों की पढ़ाई
मिर्ज़ापुर।
पटेवर ग्राम सभा में बन्देइया मौजा स्थित प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किया गया अथक प्रयास से विकासखण्ड पटेहरा कला का पहला आदर्श एवं माडल विद्यालय बनकर तैयार हुआ।यह बातें कार्यक्रम में उपस्थित बतौर मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षाधिकारी राममिलन यादव ने नवनिर्मित विद्यालय भवन के लिए दान में मिली भूमि पूजन के अवसर पर कही।कहा कि अच्छे वातावरण से अच्छा विद्यार्थी और देश की निर्माण के लिए अच्छा नागरिक बन सकता है।गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए शिक्षकों की टीम को प्रेरणास्रोत बताया।कहा कि लोगों को इस पुनीत कार्य से सिख लेनी चाहिए।
विधान-पूर्वक भूमि पूजन के उपरांत शिलान्यास कार्यक्रम का शुभारंभ मांसरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया।इस दौरान प्रोजेक्टर भवन,विज्ञान भवन, स्मार्ट कक्ष आदि भवनों का उद्घाटन मुख्य अतिथि द्वारा फीता काटकर किया गया।विश्वास के साथ कहा कि आधुनिक व्यवस्था से बच्चे और ऊर्जावान होंगे।कार्यक्रम के दौरान कर्मावती देवी पत्नी शारदा प्रसाद तिवारी समेत सभी दानदाताओं को साल देकर आदर पूर्वक सम्मानित किया गया।
वही कहावत है कि मन मे यदि ठान लिया तो तारा भी जमीन पर उतर सकता है।शिक्षा मित्र सुनील कुमार अग्रहरी के नेतृत्व में विद्यालय के शिक्षकों की टीम में बेबी सीमा व धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने वह कर दिखाया।मन मे संजोये माडल स्कूल का सपना समाजसेवी दानदाताओं से पूरा कर इतिहास रच दिया।अति पिछड़ा क्षेत्र होने के बावजूद गांव के गरीब बच्चों के सम्मान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।शिक्षामित्र ने बताया कि विद्यालय परिसर में सुंदरीकरण के साथ साथ शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना किसी चुनौती से कम नही है।चहारदीवारी की मरम्मत के साथ,हैंडवास, बच्चों को खेलने के लिए ग्रांउण्ड में वाल उद्यान,झूला इत्यदि की व्यवस्था दी गयी।रामपोश सिंह, ओमप्रकाश सिंह, सत्य तिवारी, दीपक गोयल, प्रशांत मोदनवाल,अशोक मौर्या, अजय सिंह, दीपक कुमार धेय, महबूब आलम, कैलाशनाथ सिंह, शिवलाल अग्रहरी मोहन तिवारी आदि छात्र अभिभावक उपस्थित रहे।
बन्देइया गांव निवासिनी गरीब ब्राम्हण परिवार से पांच पुत्रों की माता कर्मावती देवी पत्नी शारदा प्रसाद तिवारी ने अपनी तीन बीघे जमीन से दस विस्वा चौराहे की कीमती जमीन विद्यालय भवन के लिए दान में दे दिया।उन्होंने कहा कि गांव के बच्चे पढ़लिख कर देश के लिए कुछ करेंगे।जिससे हर परिवार का सपना साकार होगा।