कलेक्टर ने गो-अभ्यारण्य एवं अनुसंधान केन्द्र सालरिया में ली टीएल बैठक

मध्यप्रदेश जिला आगर मालवा सुसनेर से गिरिराज बंजारिया ✍️ पत्रकार की रिपोर्ट
मो.9617717441

जी हां हम बात कर रहे है मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की जंहा पर 6 दिसंबर 2020 रविवार को कलेक्टर अवधेश शर्मा की अध्यक्षता में सुसनेर तहसील के अंतर्गत आने वाले गो-अभ्यारण्य एवं अनुसंधान केन्द्र सालरिया में समय-सीमा के पत्रो की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। कलेक्टर ने बैठक मे समय-सीमा के पत्रो की विभागवार समीक्षा कर पत्रों का शीघ्र निराकरण कर जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभागों में आने वाले शासकीय एवं अशासकीय पत्रों में जवाब देने में देरी न करें, अनावश्यक रूप से पत्रो को पेंडिंग न रखें। जो कार्यवाही है, वह यथासमय पूरी करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने सभी विभागों की योजना एवं कार्यक्रमों की भी समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये। बैठक में गो-अभ्यारण्य को पर्यटन के रूप में विकसित करने पर चर्चा हुई। कलेक्टर ने कहा कि सालरिया गो-अभ्यारण्य एवं अनुसंधान केन्द्र एक महात्वाकांक्षी परियोजना है। गो-अभ्यारण्य में निर्मित गो-काष्ट, गोबर खाद आदि का विक्रय किया जाएगा। गोबर एवं गो-मूत्र से निर्मित गौ-उत्पादां को बढ़ावा दिया जाकर, गो-अभ्यारण्य को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभ्यारण्य के आय-व्यय के अंतर को कम कर स्वावलम्बी बनाने हेतु प्रयास करें। अभ्यारण्य क्षेत्र में क्या-क्या व्यवस्था की जा सकती है, इस विचार-विमर्श कर करवाई जाएगी। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारी को अपने विभाग से संबंधित गतिविधियों अभ्यारण्य क्षेत्र में करने हेतु निर्देशित किया, ताकि अन्य स्थानों पर व्यय होने वाली राशि का उपयोग गो-अभ्यारण्य में किया जा सकेगा। उन्होंने कृषि, उद्यानिकी, पंचायत विभाग, आजीविका मिशन एवं आयुष विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि गायों के गोमूत्र की सप्लाई करने के लिए कंपनी देखें। गोमूत्र से निर्मित होने वाले उत्पादों के बारे में जानकारी प्राप्त करें। उन्होंने उप संचालक पशु पालन को गो-अभ्यारण्य में गायों की अच्छी देखरेख करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए स्वस्थ एवं बीमार गायों को अलग रखकर उनका निरन्तर उपचार किया जाए।

हम आपको बता दे कि बैठक में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर, जिला पंचायत सीईओ दीतूसिंह रणदा, संयुक्त कलेक्टर अशफाक अली, एसडीएम केएल यादव सहित सभी विभागों के अधिकारी, तहसीलदार, नगरीय निकाय के सीएमओं, जनपद सीईओ आदि उपस्थित रहे। कलेक्टर ने बैठक में सभी विभागों के कार्यालय प्रमुखों को परि-सम्पत्तियों की जानकारी संबंधित पोर्टल पर इन्द्राज कर, प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी नगरीय निकाय सीएमओं को नगरीय क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों का भ्रमण करने के निर्देश देते हुए कहा कि केन्द्रों पर आयोग के निर्देशानुसार सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करें। केन्द्रों पर कोविड-19 के दृष्टिगत सभी व्यवस्था शीघ्र करें। सहयोग से सुरक्षा अभियान अन्तर्गत नगरीय निकायों में कोविड-19 के प्रति जागरूकता लाएं। सभी संबंधित विभाग, गायत्री परिवार, रेडक्रास आदि को सम्मिलित कर जन-जागरूकता का कार्य किया जाए। आमजन को मास्क लगाने के प्रति जागरूक किया जाए।
कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को राजस्व संबंधी प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदारो को आरसीएमएस, अतिवर्षा, राहत राशि आदि के प्रकरणों एवं अविवादित नामांतरण के प्रकरणों का निराकरण कर प्रमाण पत्र देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि पटवारी सप्ताह में दो दिन अपने हल्के के कौन-कौन से गांव में बैठेंगे यह क्लीयर करें, उसकी जानकारी भी ग्रामीणों को दी जाए। साथ ही आरआई की भी गांवों में बैठने की व्यवस्था की जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि राजस्व अधिकारी भू-माफियाओं से संबंधित प्रकरणों में कार्यवाही करें। भू-माफियाओं से संबंधित कार्यवाही करने के दौरान महिला पटवारी एवं महिला आरक्षक को भी साथ ले जाएं तथा उसकी वीडियोग्राफी भी करवाई जाए।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में जो किसान दो-दो हजार के लाभ से वंचित रह गए है, उन्हें योजना का लाभ दिलाने हेतु संबंधित विभाग आवश्यक कार्यवाही पूरी करना सुनिश्चित करें। उन्होंन जिले में संतरा उत्पादन का शत्-प्रतिशत रकबा दर्ज करवाने के निर्देश संबंधित को दिए। साथ ही निर्देश दिए कि इसकी चारों तहसीलों में रेण्डमली जांच भी की जाए। उन्होने कहा कि जो किसान अपने खेतों से संतरा फसल काट रहे, पटवारी-आरआई मौके पर जाकर उन्हें समझाईश देकर रोकें। संतरा फसल से संबंधी कोई परेशानी है, तो कृषि वैज्ञानिक से चर्चा कर उसका निराकरण करें। उन्होंने खनिज विभाग को अवैध उत्खनन एवं परिवहन के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने विभाग से संबंधि ऑडिट कंडिकाओं का निराकरण कर, उसकी जानकारी महालेखागार को भेजें।
कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा करते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन कर पात्र हिताग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हांकित करें, ताकि उन्हें पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती कर देखरेख की जा सकें, जिससे वे सुपोषित हो सकें। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए, योजनाओं एवं कार्यक्रमों में लक्ष्यपूर्ति के निर्देश दिए है। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि योजना में सभी पात्र परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं। इसके लिए सभी उचित मूल्य दुकानों पर योजना के प्रचार-प्रसार हेतु बैनर बनाकर लगाए जाए, जिससे आने वाले लोगों को जानकारी मिल सकें। साथ केन्द्रों पर पंजीयन करने की व्यवस्था भी की जाए। स्वास्थ्य विभाग, नगरीय विकास विभाग, एवं ग्रामीण एवं पंचायत विभाग मिलकर आयुष्मान योजना का कार्य पूरा करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से जिले संचालित सोनोग्राफी सेंटरों की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सभी सेंटरों पर सतत् निगरानी की जाए। कोई भी सेंटर संचालक भु्रण लिंग परीक्षण न करें। इसकी जांच करते हुए संचालकों को हिदायत दी जाए। सोनोग्राफी सेंटरों पर सीसीटीवी कैमरे, वीडियोग्राफी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करे।
कलेक्टर ने पंचायत विभाग की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंचायतों में स्वीकृत निर्माण कार्यां को शीघ्र शुरू करवाएं जाए तथा अधूरे कार्य है उन्हें जल्दी पूरे करवाएं। इसके लिए पंचायत सरपंच-सचिव को निर्देशित करें। प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत स्वीकृत आवासों का निर्माण शीघ्र पूर्ण करवाएं तथा आवास योजना से संबंधित शिकायतों एवं प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया जाए। सभी जनपद सीईओ ग्राम पंचायतों में फायबर ब्रॉडबैंड कनेक्शन संबंधी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने स्ट्रीट वेण्डर योजनान्तर्गत शहरी एवं ग्रामीण पथ विक्रेताओं के प्रकरणों बैंकों से स्वीकृत कराने हेतु सीएमओ एवं ज.प. सीईओ को निर्देशित किया। उन्होने निर्देश दिए कि सभी संबंधित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में आने वाले तालाब-डेम आदि में किसी प्रकार की घटना घटित न हो इसके स्थानों पर विशेष सतर्कता रखे तथा निरन्तर मॉनिटरिंग करें।

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