सोनभद्र। वाराणसी खंड स्नातक क्षेत्र के एमएलसी का चुनाव आगामी 1 नवंबर को होगा। चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे वैसे चुनाव मैदान में ताल ठोकने वाले उम्मीदवारों का जनसंपर्क परवान चढ़ता जा रहा है। वाराणसी खंड स्नातक क्षेत्र से कुल 22 उम्मीदवार अपने भाग्य की आजमाइश करने हेतु मैदान में उतरे हैं , इनमें निवर्तमान एमएलसी केदारनाथ सिंह जहां फिर पूरे दमखम के साथ ताल ठोक कर स्नातक मतदाताओं को रिझाने में लगे हुए हैं वही आशुतोष सिन्हा, लोकेश कुमार अनिल कुमार मिश्र, अरविंद कुमार, करुणाकर, गणेश गिरी, गोपाल सिंह समेत कुल 23 प्रत्याशी इन दिनों अपनी पूरी ऊर्जा चुनाव को फतेह करने में लगा रहे हैं। गौरतलब हो कि एमएलसी के इस चुनाव में यूं तो सभी उम्मीदवार जोर शोर से स्नातक मतदाताओं को रिझाने में लगे हुए है जबकि बहुतायत मतदाता अपने धार्मिक अनुष्ठान डाला छठ को मूर्त रूप देने में लगे हुए हैं। वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, बलिया, भदोही, जौनपुर, मिर्जापुर और सोनभद्र जनपदों को मिलाकर वाराणसी खंड स्नातक क्षेत्र से एमएलसी का प्रतिनिधित्व करने हेतु 1 दिसंबर को मतदान होना है। शुक्रवार को मतदान की समीक्षा करते कुछ मतदाताओं ने बताया कि इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प व चौंकाने वाला नजर आ रहा है। दिलचस्प बनाने वाले दो राजनीतिक दलों के समर्थित उम्मीदवारों के अलावा एक निर्दल उम्मीदवार किजबरदस्त चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है। लोगों की माने तो केदारनाथ सिंह जो पिछले 3 सत्र से विधान परिषद के सदस्य चुने जाते रहे हैं और इस बार भी मैदान में उतरे हैं इनके अतिरिक्त आशुतोष सिन्हा और निर्दल प्रत्याशी अनिल कुमार मिश्र के त्रिकोणीय संघर्ष ने एमएलसी चुनाव को काफी दिलचस्प बना दिया है। केदारनाथ सिंह को जहां सत्तारूढ़ भाजपा का समर्थन प्राप्त है वही आशुतोष सिन्हा को सपा ने अपना समर्थन देकर मैदान में उतारा है और अनिल कुमार मिश्र को तमाम कर्मचारी संगठनों के साथ ही शंकराचार्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज एवं गढ़वा घाट के बाबा स्वामी प्रकाशध्यानंद जी महाराज के साथ ही उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन, संयुक्त अधिवक्ता महासंघ, सँयुक्त मानवाधिकार संघ से वह कई अन्य बुद्धिजीवी मंचों की ओर से लगातार समर्थन दिए जाने की झड़ी लगी हुई है। ऐसे में वाराणसी खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव काफी रोचक हो गया है।