मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को हजारों पत्र भेजकर विश्वकर्मा पूजा अवकाश के लिए मांग की

– जारी रहेगा संघर्ष,सामाजिक एवं ऐतिहासिक पहचान मिटाना चाहती है सरकार

अनपरा- सोनभद्र 11सितंबर। आल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वाधान में चलाए जा रहे सरकार जगाओ स्वाभिमान बचाओ आंदोलन के तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा के आह्वान पर “डॉ धर्मेंद्र कुमार विश्वकर्मा” के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने आज सोनभद्र जनपद के अनपरा ,रेनू सागर ,बीना, डिबुलगंज, आदि क्षेत्रों का सघन दौरा एवं संपर्क किया। डिबुलगंज में समाज की बैठक को संबोधित करते हुए *राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार विश्वकर्मा ने कहा मौजूदा सरकार में जातीय आधार पर सामाजिक भेदभाव, अन्याय,अत्याचार,उत्पीड़न अपराध एवं भ्रष्टाचार चरम पर है। जिससे पूरे प्रदेश में शोषित वंचित गरीब मेहनतकश कामगार एवं कमजोर वर्ग के लोग सबसे ज्यादा जुल्म और उत्पीड़न के शिकार हैं। निरंकुश और भ्रष्ट व्यवस्था में इनकी आवाज सुनने और न्याय दिलाने वाला कोई नहीं है। राजनैतिक संरक्षण प्राप्त दबंग पुलिसिया सांठगांठ से जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं। सरकार आरक्षण को समाप्त करने का षड्यंत्र कर रही है जिससे असंगठित क्षेत्र के कई वंचित जातीय समूहों का रोजी रोटी और सामाजिक अस्तित्व खतरे में है,जिनमें विश्वकर्मा समाज भी एक है।उन्होंने कहा इस समाज को आरक्षण का समुचित लाभ नहीं मिला जिससे नौकरियों और सत्ता में इनकी भागीदारी नगण्य है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि विश्वकर्मा समाज को 5 फ़ीसदी पृथक आरक्षण दिया जाए अथवा 1950 में जारी राजाज्ञा के अनुसार अनुसूचित जाति में शामिल कर दिया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा को महापुरुष कहकर अपमान करने एवं पूजा अवकाश को रद्द करने की घोर निंदा करते हुए कहा भगवान विश्वकर्मा करोड़ों विश्वकर्मा वंशीयो व अन्य समाज के आस्था,संस्कृति, संस्कार, सामाजिक पहचान और गौरव के प्रतीक देवता है। वह किसी एक जाति धर्म के देवता नहीं सभी जाति धर्म के लोगों द्वारा सर्वत्र पूजित रचना के देवता है। उनका अपमान समाज सहन नहीं करेगा तथा विश्कर्मा पूजा का अवकाश होने तक संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से साथ में धर्मेंद्र विश्वकर्मा ,नागेंद्र कुमार विश्वकर्मा ,दीपक शर्मा विश्वकर्मा ,संजय विश्वकर्मा उपस्थित रहे !

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