सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- बीबीसी और अकाशवाणी केंद्र नई दिल्ली से जुड़ी इंदु पाण्डेय इस समय अपनेगृह जनपद सोनभद्र आई हुई हैं ।
अपने पूर्वजों की धरोहर , सँस्कृति सभ्यता , संस्कार , लोक कला ,लोक गीत , लोक नृत्य और लोक
परम्पराओं को सहेजने में जुटी हुई हैं । बड़का गांव के श्यामशुन्दर पाण्डेय की बेटी यहाँ की मिट्टी की खुशबू को देश दुनियां तक पहुचाने के लिए प्रयास रत हैं ।
अकाशवाणी ओबरा के ध्वनि मित्र सुनील तिवारी के माध्यम से 9 सितंबर 2020 को रॉबर्ट्सगंज के अखाढामुहल्ला स्थित मीडिया फोरम ऑफ इण्डिया ( न्यास ) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी के आवास पर आयोजित भारतेंदु की 170 वी जयंती पर आयोजित साहित्यकारों की जुटान में अल्प
अवधि की सूचना पर अपनी दिल्ली में अध्यापिका बहन सुषमा के साथ न केवल आई अपितु सभी से स्नेह भाव की डोर से बांध भी लीन । मिथिलेश द्विवेदी
की जीवन संगिनी श्रीमती पार्वती द्विवेदी ने अंगवस्त्रम और माल्यार्पण के साथ स्वागत सत्कार किया तो सोनभद्र की बेटी को लगा कि वह अपने घर आई है । विन्ध्य सँस्कृति शोध समिति के निदेशक भाई दीपक कुमार केशरवानी का फोन नम्बर उन्हें पर्यटन विभाग विंध्याचल से मिला था । इसी सूत्र की पकड़ कर इंदु
अपने जनपद की थाती और विरासत की सहेज रही हैं।-बातचीत के दौरान इंदु कहती है की यहाँ 5 बीघा पैतृक जमीन है।घर बनाऊँगी । लेकिन उसमें एककमरा मिट्टी का बनेगा । उसकी पुताई पीली मिट्टी से होगी । जमीन की लिपाई गोबर से होगी ।छाजन देशज रहेगा । एक मंच रहेगा । यहां के कलाकारों कोअवसर मिलेगा । मैं प्रयास कर रही हूँ कि लोक कलाकारों को मार्गव्यय और कुछ पारिश्रमिक-भी मिले जिससे उन्हें आत्म संतोष भी हो। उन्होंने कहा कि यह काम इतना आसान भी नही है। इसके लिए सभी के सहयोग की जरूरत है । हँसमुख स्वभाव की दृढ़ संकल्प वाली सोनांचल की बेटी का जीवन संघर्षमय रहा है । उसने साबित कर दिया है कि प्रबल इच्छा शक्ति हो , हार न मानने का संकल्प हो तो विपरीत परिस्थितियों को भी अनुकूल बनाया जा सकता है । सुनील तिवारी का कहना है कि इंदु के पिता श्यामशुन्दर पाण्डेय जी 40 साल पहले ही विदेश चले गए थे । उनकी बेटी इंदु अब अकाशवाणी केंद्र दिल्ली और बीबीसी से जुड़ी अपनी माटी की थाती की सुगंध से दुनियाँ को परिचित कराने के संकल्प के साथ जनपद के लोगों से मिल जुल रही हैं । इसी क्रम में दीपक केसरवानी कई विषयों पर इंदु का साक्षात्कार लेकर यूट्यूब चैनल पर अपलोड कर चुके हैं । पत्रकार और शिक्षक भोलानाथ मिश्र का कहना है कि नारी सशक्तिकरण की जीती जागती मिशाल हैं बीबीसी की पत्रकार इंदु पाण्डेय।