कोरोना जांच हेतु कैम्प लगाकर शतप्रतित कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिकवरी की गई-एस के द्विवेदी
लैंको अनपरा में 1526 लोगों की जांच की गई, जांच में 73 कर्मचारी कोरेना पॉजिटिव मिले
लैंको प्रबन्धन की सजगता की वजह से कोरोना के संक्रमण को बिजली घर में फैलने से रोक लिया गया।
अनपरा सोनभद्र।लैंको अनपरा ने सभी कर्मचारी, संविदा श्रमिकों एवं संक्रमितों के सम्पर्क में आये 1526 लोगो की आरटीपीसीआर कोरोना जांच कराई गई।पिछले कुछ महीनों में कोरोना वायरस हमारे समुदाय में बहुत तेजी से फैल रहा था। तो, यह बहुत महत्वपूर्ण हो गया कि संक्रमित व्यक्तियों को ठीक करने के लिए, ऐसा कोई तरीक नहीं है कि इसे पूरी तरीके से ठीक कर सकें, जब कि सभी कर्मियों का परीक्षण तेजी से नहीं किया जाता है। उक्त को ध्यान में रखते हुए लैंको प्रबन्धन के अनुरोध पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार जांच कैम्प लगाकर संक्रमितों की पहचान की गई। इस दौरान परियोजना में कार्यरत् शतप्रतित लोगों एवं कालोनी संक्रमितों के सम्पर्क में आये लोगों की जांच की गई। इस तरह कुल 1526 लोगों की जांच की गई, जांच में 73 कर्मचारी, परिवार के सदस्य व संविदा श्रमिक संक्रमित पाये गये, जिन्हें होम आइसोलेन, जिला कोविड़ अस्पताल तथा मेडविन अस्पताल में रहकर एक माह के अन्दर ठीक होकर वापस घर आ गये तथा केवल चार कर्मचारियों को छोड़कर सभी अपने कार्य पर उपस्थित हो गये है। इस तरह लैंको प्रबन्धन की सजगता की वजह से कोरोना के संक्रमण को बिजली घर में फैलने से रोक लिया गया। इस समबन्ध में लैंको अनपरा के कारखाना प्रबन्धक एस0के0 द्विवेदी ने बताया कि प्रधान कार्यालय में वरिष्ठ प्रबंधन द्वारा वांछित के रूप में प्रत्येक कर्मचारी को एक भी जीवन को कोई नुकसान नहीं होने के साथ संरक्षित रखने के लिए हमारा मुख्य मिशन था। इसलिए सुनियोजित तरीके से कोरोना जांच हेतु कैम्प लगाकर शतप्रतित कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिकवरी की गई। आप में से हर एक से अनुरोध है कि अपने आप को, अपने परिवार और अपने आसपास के समुदाय को अपनी दिनचर्यां में उचित स्वच्छता रखने के लिए सरकार और प्रबंधन के दिानिर्देों का पालन करें, जब तक आप टीकारण उपलब्ध नहीं हो जाता है। उन्होंने कोरोना जांच कैम्प के आयोजन में सहयोग के लिए जिला प्रासन व जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से डा0 शरद पाण्डेय, डा0 हरदीप सिंह, डा0 शैलेन्द्र, डा0 अमिय वर्मा, डा0 रिषि कुमार व श्री सौरभ कुमार का आभार जताया।