ओम प्रकाश रावत विंढमगंज (सोनभद्र)
विंढमगंज सोनभद्र। – मुख्य वन संरक्षक (चीफ कंजरवेटर)आर सी झा ने रविवार दोपहर विंढमगंज रेंज के फुलवार ग्राम पंचायत से सटे सुईचट्टान के बाद दुर्गम व दुरुह ग्राम पंचायत करहिया के बासिन स्थलों का निरीक्षण किया जिसमें अवैध कब्जे की भूमि व प्लांटेशन शामिल रहा। निरीक्षण के दौरान गाँवो में हुए
वन भूमि के अवैध कब्जे को देखते ही भड़क गए उन्होंने सम्बन्धित रेंज के अधिकारियो को सख्त निर्देश दिया कि कब्जे की भूमि को खाली कराकर प्लांटेशन कराए साथ ही कब्जेधारियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराए इस बीच बासिन गांव में ग्रामीणों को देख डीएफओ महेन्द्रप्रताप सिंह ने हाथ जोड़ कर वन भूमि पर अवैध कब्जा न करने का निवेदन किया।मुख्य वन संरक्षक ने कड़े लहजे में रेंजर विजेंदर श्रीवास्तव से कहा कि रेंज में करीब 1900 हेक्टेयर वन भूमि पर कब्जे सेटेलाइट से दिखते है जिसे खाली कराए जरूरत पड़ने पर पुलिस प्रशासन का भी सहयोग ले और दोषियों को न बक्से वर्तमान में घरो को छोड़ दे।उन्होंने कहा यदि वन कर्मियों के सह पर वृक्षों की कटान वन भूमि पर अवैध कब्जे व बालु का वन क्षेत्र से परिवहन, खनन की सूचना छुपाई गयी तो धारा 66a तहत वनकर्मियों पर भी मुकदमा पंजीकृत करवाया जायेगा। बासिन गांव मे ही पत्रकार वार्ता में मुख्य वन संरक्षक आर सी झा ने कहा कि अवैध कटान व बालु की खनन परिवहन, वन भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत मिल रही थी जिसकी जांच डीएफओ से कराई गई है साथ ही एक टीम गठित भी की गयी। वर्तमान में अवैध कब्जे की भूमि को खाली कराना प्राथमिकता है अतिक्रमणकारियो के विरुद्ध यदि तीन बार केस कट गए तो गुंडा एक्ट व गैंगेस्टर की कार्यवाही होगी और भू माफिया घोषित किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि वन विभाग ने पिछले दो वर्षों से पेड़ कटान की कोई परमिट जारी नही हुआ है यदि कीमती लकड़ियों की कटान कर कोई परमिट दिखा रहा है तो फर्जी है संज्ञान में आने पर कार्यवाही होगी।उन्होंने मलिया नदी व करहिया बोधाडिह से सटे कनहर नदी में हो रहे बालु खनन के बाबत कहा कि यदि खनन व परिवहन वन क्षेत्र में पाया गया तो कार्यवाही होगी।इस मौके पर डीएफओ महेंद्र प्रताप सिंह कुंजविहारी वर्मा रेंजर विजेंदर श्रीवास्तव सहित सम्बन्धित लोग उपस्थित रहे।
वही फुलवार गांव के सुई चट्टान पर लगे प्लांटेशन के दौरान ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे अधिकारी को सुई चट्टान से लगभग 500 मीटर की दूरी पर लगभग 200 बीघा ग्रामीणों द्वारा वन भूमि को कब्जा दिखाने की भी बात की परंतु अधिकारी के द्वारा मौके पर नहीं जाने से आक्रोश व्याप्त है ग्रामीण रमेश, परमेश्वर दिनेश महेंद्र सीताराम सुरेन्द्र आदि ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्य वन संरक्षक महोदय को सिर्फ प्लांटेशन ही दिखाया गया जो पहले से लगाया गया था तथा जो अभी भी ग्रामीणों के कब्जे में वन विभाग की जमीन है उसे नहीं दिखाया गया जो काफी निंदनीय सोचनीय इसकी लिखित शिकायत पत्र के माध्यम से वन विभाग के उच्चाधिकारियों समेत मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा