सोनभद्र।लगातार बढ़ रहे जन असुरक्षा से राष्ट्रीय स्वाभिमान खतरे में पड़ गया है जिसकी रक्षा सुरक्षा सम्मान स्वाभिमान की लड़ाई देश के युवा ही लड़ सकता है साथ ही साथ बुद्धजीवियों का मानसिक मार्गदर्शन आवश्यक है।
लेकिन बिना युवाओं के सक्रिय हुए यूपी में लगातार हो रही ब्रम्ह समाज का शोषण, सत्ता प्रायोजित साजिशन हत्या पर लगाम नहीं लगाई जा सकती है वर्तमान की हुकूमत में इन दिनों ब्राह्मणों को टारगेट किया जा रहा है, जिसके चलते ब्राह्मण पूरी तरह असुरक्षित है उक्त बातें ब्राह्मणों की सुरक्षा, सम्मान और स्वाभिमान विषयक सोनभद्र ब्रह्म चेतना संवाद कार्यक्रम में जूम ऐप पर ब्राह्मण चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद जी ने कही
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लाइव मीटिंग में कहा कि ब्राह्मण जब भी असुरक्षित हुआ है, समाज की संरचना खतरे में पड़ी है यूपी में बड़ी संख्या ब्राह्मणों की हो रही हत्या से ब्राह्मण चिंतित हो उठा है। हम सबका दायित्व है कि समाज के लिए सदैव आदर्श रहे ब्राह्मणों के जीवन की सुरक्षा के लिए यथा सम्भव प्रयास करें ब्राह्मणों के बगैर समाज की संरचना ध्वस्त हो जाएगी ब्राह्मणों की हत्या और उत्पीड़न भयावह हैं जब हम किसी से बात कर रहे होते हैं। उन स्थितियों में भी यूपी में कहीं न कहीं ब्राह्मण का उत्पीड़न होता है ब्राह्मण सहित अन्य का उत्पीड़न व शोषण तभी रुकेगा, जब ब्राह्मण सुरक्षित रहेगा अन्याय के खिलाफ लड़ाई ब्राम्हण चेतना परिषद लड़ेगी जल्द ही कोरोना काल के बाद जनपद सोनभद्र का दौरा कर समाज को सुदृण व मजबूत बनाने के लिए दौरा किया जाएगा..
रविवार की शाम सोनभद्र के आयोजित बेबीनार में करीब 200 विप्रजनों की सहभागिता रही जिसमे 86 वक्ताओं ने कई महत्त्वपूर्ण सुझाव भी दिए अधिकांश वक्ताओं के निशाने पर योगी हुकूमत रही लोगों ने आरोप लगाए कि पूरे प्रदेश में चुन-चुन कर ब्राह्मणों की हत्याएं की जा रही है ब्राह्मणों के उत्पीड़न पर कहीं सुनवाई नहीं हो रही है त्राहि-त्राहि मचा हुआ है कानून का शासन समाप्त हो गया है। जब कोई हुकूमत के गलत कार्यों की आवाज उठाता है तो उसका उत्पीड़न किया जाता है भय के वातावरण से मुक्ति के लिए ब्राह्मण समाज को अनिवार्य रूप से संगठित होने पर बल दिया गया, तभी ब्राह्मण सहित अन्य समाज के लोगों के स्वाभिमान की रक्षा की जा सकती है। कुछ घटनाओं ने लोगों को हिला दिया है, जिससे लोगों के जेहन में एक सवाल उठ खड़ा हुआ है कि गिरफ्तारी के बाद और कोर्ट पहुँचने से पूर्व कहीं कोई प्रायोजित कहानी बताकर हत्या न हो जाये बेविनार का संयोजन एवं संचालन अधिवक्ता धीरज पांडेय ने किया। ब्राह्मण संवाद में सोनभद्र बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार आचार्य प्रमोद चौबे, ज्ञानू महाराज, सुशील पाठक, शिशु तिवारी, अवधेश पांडेय, मसहूर कवित्री रचना तिवारी, हरेंद्र पांडेय, विनीत तिवारी, श्याम सुंदर चौबे, राजू पांडेय, राजेश द्विवेदी, बाबा तिवारी, अभिषेक चौबे, अरविंद तिवारी, कौशलेश पाठक,टाइगर दुबे,अश्विनी त्रिपाठी, आशुतोष दुबे,एड. राजेश पाठक, अमित चतुर्वेदी, प्रिंस पांडेय, मृदुल मिश्रा, लक्ष्मीकांत दुबे, ब्रिजेश तिवारी, जय शंकर भारद्वाज, पुष्पेन्द्र शुक्ला, राजू चौबे, अजित शुक्ला, हरेंद्र मिश्रा, श्याम मोहन पांडेय, प्रदीप चौबे, कन्हैया पांडेय, अजेंन दुबे, पंकज मिश्रा, गिरीश पांडेय, कृष्णा दुबे शैलेन्द्र चतुर्वेदी,जितेंद पांडेय वीरेंद्र शुक्ला आदि शामिल रहे।