गृह मंत्री, भारत सरकार अमित शाह 23 जुलाई को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “वृक्षारोपण अभियान” का शुभारंभ करेंगे

*अभियान के दौरान एनसीएल में रोपित होंगे 80 हज़ार से अधिक पौधे, 20 हज़ार फलदार पौधों का होगा वितरण*

इको पार्क का शिलान्यास गृह मंत्री भारत सरकार अमित शाह के द्वारा किया जाएगा | इस अवसर पर कोयला मंत्री भारत सरकार प्रल्हाद जोशी की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी|

सोनभद्र।कोयला मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में 23 जुलाई 2020 को आयोजित होने वाले “वृक्षारोपण अभियान” का उद्घाटन एवं बीना इको पार्क का शिलान्यास गृह मंत्री भारत सरकार अमित शाह के द्वारा किया जाएगा । इस अवसर पर कोयला मंत्री भारत सरकार प्रल्हाद जोशी की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।

वैश्विक महामारी के दृष्टिगत यह कार्यक्रम विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संचालित होगा जिसमें एनसीएल की सभी परियोजनाएं एवं कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनी ई-माध्यम से जुड़ेंगी |

भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) वृक्षारोपण अभियान की तैयारियों में ज़ोर शोर से जुटी है |
इस अभियान के तहत एनसीएल करीब 80 एकड़ भूमि में 80 हज़ार से अधिक पौधों के रोपण के साथ ही 20 हज़ार से अधिक पौधों का वितरण करेगी |
एनसीएल की सभी परियोजनाओं में निर्धारित वृक्षारोपण की साइट की पर्यावरणीय परिस्थितियों को देखते हुए बांस, सिसु, करंज, बहेरा, नीम, अर्जुन, आंवला, सागौन, कचनेर, खमेर, सिरिस, सुबबुल, जंगल जलेबी, चटिम, अमलतास, महुआ, जामुन, आम, अमरुद, गुलमोहर, चिरोल, अकासिया, अशोक ,पेंडुला इत्यादि के पौधों का रोपण किया जाएगा |
अभियान के दौरान वितरित किए जाने वाले फलदार पौधों में मुख्यतः आम, अनार, नींबू, आंवला, पपीता, अमरूद, केला, जामुन, कटहल इत्यादि प्रमुख रहेंगे |

वृक्षारोपण अभियान के दौरान एनसीएल की बीना परियोजना में स्थानीय जीव एवं पादप के संरक्षण के दृष्टिगत बनाए जाने वाले एक हरित एवं जीवंत इको पार्क की आधारशिला भी रखी जाये गी जिसका शिलान्यास माननीय गृह मंत्री भारत सरकार श्री अमित शाह द्वारा किया जाएगा |

बीना क्षेत्र में स्थित इस इको पार्क का अनुमानित क्षेत्र लगभग 70000 वर्ग मीटर हैं तथा यहाँ स्थित जलाशय की क्षमता लगभग 210000 घन मीटर की है । इको पार्क के विकास से मनोरंजन की सुविधा के साथ ही स्थानीय आबादी के लिए रोज़गार के अवसर जैसे मत्स्य पालन, नौका विहार आदि का सृजन भी होगा ।

एनसीएल अपनी स्थापना के बाद से ही पर्यावरण प्रबंधन में अग्रणी रही है । एनसीएल के सभी कोयला क्षेत्र पर्यावरण, परिस्थितिकी तंत्र, क्षेत्रीय फ्लोरा एवं फ़ौना के संरक्षण एवं संवर्धन को ध्यान में रखते हुए ही खनन कार्य कर रहे हैं |
ज्ञात हो कि एनसीएल द्वारा स्थापना वर्ष से अभी तक ओबी डंप और मैदानी क्षेत्रों में सामाजिक वनीकरण सहित कुल 5854 हेक्टेयर भूमि पर 2.43 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए गए हैं जो कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों में सर्वाधिक हैं |

वर्ष 2019-20 में एनसीएल ने 214.18 हेक्टेयर क्षेत्र में कुल 5.35 लाख पौधे लगाए हैं जो कि वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य से अधिक था।

एनसीएल की सभी परियोजनाएं आधुनिकतम पुनर्ग्रहण (रिक्लेमेशन) तकनीक का उपयोग करती हैं | साथ ही खदानों को विकसित करते समय उचित लेआउट, हरियाली, योजनाबद्ध बैकफ़िलिंग और जैव-पुनर्ग्रहण का विशेष ध्यान रखा जाता है ।

वृक्षारोपण व पौधा वितरण कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग के नियमों का पूर्णतया पालन सुनिश्चित किया जाएगा |

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