सोनभद्र-सोनांचल नव निर्माण समिति सोंनभद्र के तत्त्वाधान में संस्था के अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र की पूज्यनीय माता जी स्मृति शेष सम्पति देवी की प्रथम पुण्यतिथि लॉक डाउन के कारण सोशल डिस्टेंश का पालन करते हुए घर पर ही मनायी गयी। संस्था से जुड़े घर के सदस्यों ने उनको याद करते हुए उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको भाव भीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। इसके बाद संस्था के अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र द्वारा प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर लाकडाउन को देखते हुए आन लाइन विचार गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें संस्था से जुड़े सदस्यों और पदाधिकारियो ने अपने अपने विचार ब्यक्त किये।संस्था से जुड़े मीडिया फोरम ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि इस सृष्टि में माँ का स्थान कोई नही ले सकता। माँ के द्वारा बच्चो को जो संस्कार दिए जाते हैं उन्ही संस्कारो के द्वारा उनको समाज मे मॉन सम्मान प्राप्त होता है जिसके प्रमाण संस्था के अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र है कि आज अपनी माँ के द्वारा दिये गए संस्कारो के कारण ही इनकी ख्याति राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुकी है। आन लाइन उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार भोला नाथ मिश्र ने कहा कि आज अपनी माँ के प्रथम पुण्यतिथि पर उनकी याद में प्रतिवर्ष एक महिला को जो सामाजिक जीवन के साथ साथ कुशल गृहणी हो को गृहलक्ष्मी सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लेना ही संस्था के अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र को उनके माँ से प्राप्त संस्कारो को दर्शाता है। मैं उनकी माँ सम्पति देवी को शतशत नमन करता हूँ। युवा कवि प्रभात सिंह चंदेल ने अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक धार्मिक और अनुशासन पसंद महिला बताया और माँ पर छोटी से कविता भी सुनाई। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक कवि सहित्यकार ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि सोन साहित्य संगम के संयोजक व सोनांचल नव निर्माण समिति के अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र की माता जी स्मृति शेष सम्पति देवी को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ। और कहा कि उनके बारे मे जहां तक मुझे जानकारी है वो बहुत ही दयालु और सहयोगी स्वभाव की महिला थी जो किसी की भी परेशानी में सदा मदद करने को तैयार रहती थी। वाराणसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी व उनके बड़े पुत्र अनिल कुमार मिश्र ने कहा कि माँ का अनुशासन और संस्कार ही है कि हम लोग हर प्रकार की कठिन परिस्थिति में भी मुस्कराते रहते है। छोटे पुत्र हिमांशु मिश्र ने माँ को नमन करते हुए कहा कि वो हम सभी भाईयो की गुरु थी जिनके बारे में जितना कहा जाय वो कम है। वो भले आज हमारे बीच नही है पर उनके दिए गए संस्कार सदैव हमारे अंदर जीवित रहेंगे। और अंत मे आन लाइन विचार गोष्ठी का सफल संचालन कर रहे संस्था के अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र ने अपनी माँ के प्रति अश्रुपूरित श्रद्धाजंली अर्पित करते हुए कहा कि मेरी माँ मेरे लिए भगवान थी। उन्होंने बचपन से लेकर अभी तक हम भाईयो को जाने अनजाने में छोटी से लेकर बड़ी गलती में भी टोका है। मैं हर जन्म में माँ के रुप मे उन्हें पाने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। और अंत मे आन लाइन उपस्थित संस्था के सभी सदस्यों के प्रति आभार प्रगट करते हुए संस्था द्वारा घोषित प्रथम गृह लक्ष्मी सम्मान जो पार्वती देवी को दिया जाना है लाकडाउन के बाद देने की बात कही।घर पर पुष्पांजलि देने वालो में मुख्य रूप से अनुराग मिश्र राजबली कुंअर, रामेश मिश्र,आकाश मिश्र, नीलेश मिश्र, सुमन लता मिश्रा,उषा मिश्रा, शिवानी मिश्रा, तृप्ति मिश्रा,सात्विक मिश्र, रिया मिश्रा अपराजिता मिश्रा,पायल मिश्रा आदि थे।