सोनभद्र। सदर विकास खण्ड के बहुअरा गांव मे प्रधानमंत्री आवास व शौचालय में हुए घोटाले की शिकायत के बाद जांच करने गए उपायुक्त मनरेगा / खण्ड विकास अधिकारी सदर तेजभान सिंह ग्रामीणों के बीच पहुचे। इस दौरान एक ग्रामीण पर डीसी मनरेगा ने मारने के लिए हाथ उठा लिया, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास और शौचालय में ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी द्वारा पैसा लेने की बात कहा गया तो अधिकारी ने मारने के लिए हाथ उठा लिया। इस सम्बन्ध में जब डीसी मनरेगा से पूछा गया तो उनका कहना था कि जांच के दौरान लोगो की भीड़ इकठ्ठा हो गई थी और इस कोरोना महामारी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए लोगो से कह रहा था।
कोरोना महामारी में अनलॉक डाउन 1 के दौरान सरकार ने छूट दिया लेकिन दो गज की दूरी और मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया , इसका पालन कराने के लिए जिला प्रशासन को सख्त हिदायत दिया है।
हालांकि डीसी मनरेगा साहब की दलील बिल्कुल ही गलत जान पड़ती है क्योंकि वे ख़ुद शोसल डिस्टेंसी का पालन नही कर रहे थे और ना ही जांच के दौरान किसी प्रकार का मास्क लगाए थे।