तेंदूपत्ता मजदूरों की हो रही लूट- कृपाशंकर पनिका

डीएलएम से मिला मजदूर किसान मंच का प्रतिनिधिमंडल
सोनभद्र। सोनभद्र जनपद के म्योरपुर तेंदूपत्ता के मजदूरों कि जीवन सुरक्षा और उन्हें उचित मजदूरी के सवाल पर आज डीएलएम वन निगम से पिपरी में मजदूर किसान मंच का प्रतिनिधि मण्डल कृपा शंकर पनिका के नेतृत्व में मिला. प्रतिनिधि मण्डल में पूर्व सभासद पिपरी कामरेड मारी व रमेश सिंह खरवार भी शामिल रहे प्रतिनिधि द्वारा दिए पत्रक में कहा गया कि दुद्धी तहसील में तेंदूपत्ता तोड़ने में व्यापक तौर पर अनियमितताएं हो रही हैं। मजदूर किसान मंच की टीम ने दुद्धी तहसील के बेनादह, सिदहंवा, रनटोला, किरवानी, रासपहरी और परनी आदि गांव का दौरा किया। दौरे में टीम ने यह पाया की जहां पर तेंदूपत्ता की तुडाई की जा रही है वहां सरकार द्वारा निर्धारित पेयजल, छोटे बच्चों के रहने की व्यवस्था और कोरोना महामारी से बचने के लिए मास्क आदि मजदूरों को नहीं दिया गया. टीम ने यह भी पाया कि पत्ती तोड़ने वाले मजदूरों को कार्ड देने की जगह पर फड मुंशी द्वारा एक रजिस्टर पर हाजिरी लगाई जा रही है और मजदूरों को कोई प्रमाण नहीं दिया जा रहा है. टीम में देखा कि 5000 पत्तियां यानी 100 बण्डल पत्ती तोड़ने का मजदूरों को महज ₹134 भुगतान करने का आश्वासन फड मुंशी द्वारा दिया गया है. लेकिन अभी तक इस पैसे का भी भुगतान नहीं किया गया है. यह पूरे तौर पर सरकार के शासनादेशों का उल्लंघन है और विधि विरुद्ध है।

इसलिए निवेदन किया गया कि उपरोक्त मामले की जांच कराकर हर मजदूर को जो तेंदूपत्ता तोड़ रहा है उसको कार्ड उपलब्ध कराया जाए जिसमें उसके द्वारा तोड़ी गई पत्तियां और बण्डलो का विवरण दर्ज किया जाए. जहां पर पत्ती तोड़ी जा रही है वहां पर सरकार द्वारा दिए दिशा निर्देशों के अनुसार पेयजल, बच्चा पालने की व्यवस्था और कोरोना काल में मास्क मुफ्त में मजदूरों को दिया जाए।
साथ ही सरकार द्वारा प्रदेश में न्यूनतम मजदूरी ₹202 तय की गई है इसलिए इसके अनुरूप तेंदूपत्ता की तोड़ाई, जिसमें आमतौर पर 5000 पत्ती तोड़ने पर मजदूरों को 10 से 12 घंटा लगता है, उसकी मजदूरी भी ₹134 की जगह ₹202 करने की संस्तुति उत्तर प्रदेश शासन को की जाए।

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