उर्जाचल खाना बैंक गरीबों के  घाव पर मलहम लगाने का काम कर रही है। 

कार्यकर्ता ने कायम कि लाक डाउन में मिशाल।

सोनभद्र।प्रवासी कामगार भारतीयों को गुजरने वाले बॉर्डर इलाकों से चिलचिलाती धूप हो या अंधेरी रात खाना बैंक के तरफ से उनको खाना पानी सैनिटाइजर थर्मल स्कैनिंग करा कर अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं। इसी तरह बच्चों बुजुर्गों माताओं जो गुजरात महाराष्ट्र इंदौर भोपाल रीवा सतना मैहर बीना आदि क्षेत्रों में रोड कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन रियल स्टेट में काम करने वाले मजदूर काम छोड़कर भूखे प्यासे रहने को मजबूर हो गए तब उनको पलायन करना ही एक रास्ता बच गया । प्रदेश के विभिन्न रास्ते से लोग पैदल गुजरते हैं जहां जिला प्रशासन द्वारा अवधूत भगवान राम डिग्री कॉलेज को कोरोटाइन सेंटर बनाया गया है। इस सेंटर में रुकने वाले मजदूरों गरीबों ब बच्चों को ऊर्जांचल खाना बैंक के सदस्यों द्वारा भोजन के अलावे दूध की व्यवस्था एब अन्य सामग्री प्रदान कर उन्हें सैनिटाइजर किया जा रहा है । 14 दिन के बाद मजदूर अपने गृह जनपद के लिए रवाना होंगे इस कार्य को गति देने के लिए लगातार 45 दिन से खाना बैंक के संचालक पंकज मिश्रा संरक्षक वीके सिंह सहयोगी सदस्य आरपी सिंह सद्दाम हुसैन विजय गौ ड, सत्येंद्र यादव विशाल बोरा कुलदीप सिंह आदि का सहयोग लगातार मिल रहा है। एक तरफ जहां जिला प्रशासन एवं ग्राम पंचायत के द्वारा संचालित भोजन लगभग बंद हो चुका है वहीं समाजसेवी के द्वारा राशन बांटने का काम बंद है ऐसे में खाना बैंक लोगों को पका पकाया भोजन देकर उनकी झुधा को शांत करने में लगे है।लगातार 45 दिन बीतने के बावजूद भी लोगों को ताजा भोजन देकर खाना बैंक गरीबों के घाव पर मलहम लगाने का काम कर रहा है।
उर्जान्चल खाना बैंक के पदाधिकारियों द्वारा एसएचओ अनपरा विजय प्रताप सिंह के सराहनीय सहयोग के लिये सम्मानित भी किया।

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