मुंबई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रेलमंत्री पीयूष गोयल के उस बयान को सरासर गलत बताया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राजस्थान सरकार श्रमिक ट्रेनों की अनुमति नहीं दे रही है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा है कि राजस्थान सरकार के पास किसी भी ट्रेन के लिए कोई अनुमति लंबित नहीं है। मुख्यमंत्री गहलोत ने रेल मंत्री की बात को गलत बताते हुए कहा है कि वास्तव में राजस्थान इस बात के प्रबल पक्ष में था कि रेल मंत्रालय को मजदूरों को आवागमन की अनुमति देनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मैं रेल मंत्री के बयान को देखकर आश्चर्यचकित नहीं हूं, क्योंकि वे राज्य को सहयोग करने के मामले पर अपनी विफलता को छुपाने में कुशल हैं। उल्लेखनीय है कि मजदूरों के पैदल ही रवाना होने पर दुख व्यक्त करते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट में कहा था कि इससे मुझे दुख होता है कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे कई राज्य अपने राज्यों में प्रवेश करने के लिए ‘श्रमिक स्पेशल ट्रेन’ के लिए पर्याप्त अनुमति नहीं दे रहे हैं। रेलमंत्री के इसी ट्वीट के जवाब में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा है कि रेल मंत्री राज्यों के मामले में अपनी विफलता छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री गहलोत चाहते हैं कि मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए ट्रेनें चलाई जाए, ताकि मजदूरों को पैदल यात्रा न करनी पड़े। वैसे भी देश की कोई भी राज्य सरकार नहीं चाहती है कि मजदूर पैदल न जाए। उनको ट्रेनों से अपने गांव भेजा जाए, ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी न हो। रेलमंत्री गोयल ने अपने ट्वीट में स्पष्ट रूप से गैर भाजपा शासित राज्यों पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड को इंगित करते हुए साफ साफ कहा है कि ये राज्य ‘श्रमिक स्पेशल ट्रेन’ के लिए पर्याप्त अनुमति नहीं दे रहे हैं। इसी से साफ है कि रेलमंत्री गोयल मजदूरों की ट्रेनों के मामले में गैर भाजपा शासित प्रदेशों को जबरदस्ती निशाने पर खड़ा करने की कोशिश कर रहे है।