रामजियावन गुप्ता/राहुल तिवारी,बीजपुर(सोनभद्र) वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर लगाए गए लाकडाऊन में थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिंडारी टोला ठेकुआ का एक छात्र इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग राजकीय कालेज रामपुर उत्तर प्रदेश से पढ़ाई कर रहा है। गुदड़ी में छिपे लाल राजेंद्र दूबे पुत्र श्यामाचरण दूबे जो कुछ दिनों पूर्व कालेज से छुट्टी पर अपने घर आया था तभी महामारी के कारण लाकडाऊन हो जाने से घर बैठा छात्र जो अपनी हस्तकला का प्रयोग कर मिट्टी से प्रतिमाओं को नया रूप देने में लग गया । राजेंद्र दूबे ने बताया कि मेरे परिवार से कोई शिल्पकार नहीं है और मेरे पिताजी साधारण किसान और इलाके के एक स्कूल में शिक्षामित्र हैं । मैं अपनी कला के माध्यम से कई प्रतिमाओं को नया रूप देना चाहता हूँ मिट्टी की कई मूर्तियों को बनाने के पश्चात मैं पत्थरों की मूर्तियों को बनाकर अपने गाँव सहित क्षेत्र का नाम रौशन करना चाहता हूँ । जिससे हर इंसान के अंदर कोई न कोई छीपी प्रतिभा जागृत हो और कुछ कर गुजरने की सोच कायम कर सके। राजेन्द्र ने कहा कि आजकल के इस भागदौड़ भरी जिंदगी में कोई इस ओर ध्यान ही नहीं देना चाहता इसलिए मैं केवल मूर्ति बनाकर ही नहीं बल्कि अपने साथी मित्रों को यह भी बताना चाहता हूँ कि जीवन में ऐसा कोई कार्य नहीं है जो इंसान से परे हो जिस बात को लेकर मेरे पिताजी बचपन से ही हमेशा मेरे हौसले को बढ़ाते भी रहे हैं । राजेन्द्र के पिता बचपन मे ही अपने बच्चे को ड्राइंग , खेल , स्वास्थ्य समेत अन्य तरह की शिक्षा दिया करते थे और सदैव ऐसी ऐतिहासिक तथ्यों को बताते रहते थे जिससे बच्चे के अंदर कुछ नया प्रयोग कर उन कलाओं को जागृत करने का शौक सदा बना रहता था । उन्हों ने बताया कि समय समय पर पिताजी सदैव मेरे गुरु और मित्र की तरह मेरा मार्गदर्शन करते रहते हैं । इस कला में पारंगत हासिल करने के लिए वे अपने पिता को आदर्श मानते हैं।