सोनभद्र।जिलाधिकारी सोनभद्र एस. राजलिंगमको यह सूचना प्राप्त हुई कि विकास खण्ड चोपन के ग्राम पंचायत कोटा के तिलवारी गड़ई टोला में कुछ आदिवासी परिवार जीवकोपार्जन की समस्या से जूझ रहे हैं। साथ में यह भी सूचना मिली है कि इस टोले में 20 परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं है। इस टोला के आदिवासी रोज दिहाड़ी मजदूरी करके जीवकोपार्जन करते थे मगर लॉकडाउन के कारण इनकी मजदूरी चली गई। अब इनके सामने खाने की व्यवस्था का संकट पैदा हो गया है। सूचना का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा तत्काल मौके पर प्रशासनिक टीम को भेजा। ग्राम में जाने पर यह पाया गया कि इस टोले में लगभग 35 परिवार निवास करते हैं, जिनके जीविका का मुख्य साधन क्रसर प्लान्ट एवं घरों में दिहाड़ी मजदूर के रूप में कार्य करने वाले कामगारों की है। यहां पर रह रहे 30 परिवार राशन कार्ड विहीन हैं। साथ ही साथ यहां पेयजल की भी समस्या है। उक्त परिस्थितियों के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा तत्काल इन परिवारों को राहत पहुँचाई गई। यहां पर 33 परिवारों को निःशुल्क राशन किट उपलब्ध कराई गई है। इस राशन किट में चावल 05 किलो, आटा 05 किलो, नमक 01 किलो, दाल 01 किलो, प्याज 01 किलो, आलू 02 किलो, सरसो का तेल 500 ग्राम, हल्दी व सब्जी मसाला 50 ग्राम आदि सामग्री शामिल है। सभी परिवारां के लगभग 120 सदस्यों को मास्क भी उपलब्ध कराया गया, जिससे कोरोना जैसी भयावह महामारी से बचाव एवं रोकथाम हो सके। जनपद स्तर से आये हुए अधिकारियों के द्वारा कोरोना बिमारी से बचाव के उपाय एवं सोशल डिस्टेसिंग के प्रभाव के बारे में जानकारी दी गयी। इसके साथ ही टेंकर के द्वारा यहां पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। उक्त सभी राशन कार्ड विहीन परिवारों के राशन कार्ड हेतु आवेदन फार्म भरवा दिये गये हैं एवं शीघ्र ही इन्हें राशन कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी चोपन को यह निर्देश दिया है कि वे लगातार इन परिवारों पर नजर रखें और यह सुनिश्चित करें कि इनके समक्ष भरण पोषण सम्बन्धी कोई समस्या पैदा न हो।