जुगैल/ सोनभद्र(अरविन्द दुबे) जुगैल थाना क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व के गोठानी शिव मंदिर आगामी महाशिवरात्रि को लगने वाले परंपरागत मेले कि तैयारी को लेकर जुगैल के थाना प्रभारी विनोद सिंह ने मंदिर समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों सहित स्थानीय संभ्रांत लोगों के साथ रवीवार को मंदिर परिसर में बैठक की। बैठक में मेला परिषर में साफ़ सफाई चुने का छिड़काव बिजली व जनरेटर द्वारा प्रकाश व्यवस्था तथा पेयजल सहित सुरक्षा व्यवस्था के तैयारी के संबंध में चर्चा की गई।
इस सम्बन्ध में गिरिवासी वनवासी सेवा प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष विद्या शंकर पांडे बबलू पांडे और प्रधान संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि ने 22 फरवरी शिवरात्रि से मंदिर परिसर के आसपास दस दिवसीय मेला लगेगा जिसकी सभी तैयारी पूर्ण कर ली गई है
मेले में पेयजल का समुचित व्यवस्था की गई है ताकि मेले में दूर दराज़ से आने वाले श्रद्धालुओं को पानी के लिए इधर उधर भटकना न पड़े।
श्री पाण्डेय और सिंह ने संयुक्त रूप से बताया की इसी तरह मेला परिषर में जनरेटर द्वारा लाइट व पानी की व्यवस्था कर श्रद्धालुओं को सहूलियत देने का काम किया जाएगा।
बताया की हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी मेले में आने वाले झूला सर्कस दुकानदार को दूकान लगाने के लिए जगह दिया गया है और वे व्यवस्थित तरीके से अपना दूकान लगा चुके हैं या लगा रहे हैं तो वहीं बाबा शोभनाथ मंदिर की रंगाई पोताई का काम भी मुकम्मल कर लिया गया है
वहीं कमेटी के सचिव सुरेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि मेले मे साफ़ सफाई चुने का छिड़काव व जनरेटर द्वारा प्रकाश व्यवस्था तथा ध्वनि व्यवस्था पूर्ण कर ली गई है।
मेले में खोये हुए बच्चों को उनके परिजनों तक पहुंचाने के लिए कैम्प में ध्वनि यंत्र से पुकार कर मिलाने का कार्य किया जाएगा और कैम्प में स्वास्थ विभाग द्वारा श्रद्धालुओं को अचानक तबियत खराब होने पर उपचार की भी व्यवस्था रहेगी।वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि मेले मे उपद्रवी तत्वों पर कड़ी नजर रहेगी तथा ऐसे लोगों को पकडे जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी
बैठक में प्रमुख रुप से मुकेश पाठक सुरेश पाण्डेय अरविन्द गिरी बैजनाथ गिरी शुरेश सोनी करन पटेल पंचम गिरी देवी दयाल गिरी मन्नी गिरी उदयराज गिरी रामबचन गिरी आदि लोग मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि महाशिवरात्रि के अवसर पर चलने वाले लगभग 10 दिन तक मेले में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों समेत नगरीय क्षेत्रों से काफी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु भगवान सोमनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं तथा मेला भ्रमण करते हैं