प्रयागराज प्रयागराज के हंडिया तहसील के चार विकास खंडों में कहीं शिक्षक लॉग बुक पर लिखकर बैंक जाने की बात करते हैं तो कहीं समय से पहले विद्यालय बंद कर दिया जाता है ऐसी परिस्थिति में एक और जहां शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है वही नन्हे-मुन्ने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
जिसका जीता जागता उदाहरण पूर्व माध्यमिक विद्यालय ताराचंद पुर वह प्राथमिक विद्यालय ताराचंद पुर है जहां समय से पहले बच्चों को विद्यालय छोड़कर घर जाते पाया गया तो उनसे पूछा गया कि इतनी जल्दी घर क्यों जा रहे हो तो बच्चों ने बताया कि 3:00 बज गया है इसलिए छुट्टी हो गई है हम लोग घर जा रहे हैं जबकि उस समय 2:30 हो रहे थे जब उनसे पूछा गया
कि कौन बोला 3:00 बज गए हैं और छुट्टी हो गई है तो बच्चों ने बताया कि सर जी बोले हैं 3:00 बज गए है और छुट्टी हो गई है और सर जीजा भी चुके हैं उसके बाद जब मीडिया टीम विद्यालय पहुंची तो वहां ताला लगा पढ़ा था इस विषय में जब विद्यालय के सहायक अध्यापक से बात किया गया तो वह बोले जरूरी काम था इसलिए विद्यालय जल्दी बंद हो गया है जब उनसे बोला गया कि रोज की कहानी है तो उन्होंने बताया कि हम प्रयागराज से आते हैं और अगर हम यहां से 3:00 बजे निकलते हैं तो हमारा बस छूट जाता है इसलिए हम लोग जल्दी विद्यालय बंद कर देते हैं जब बोला गया कि रोडवेज बस हमेशा चलती रहती है तो उन्होंने कहा कि उससे ज्यादा पैसा लगता है इसलिए हम लोग विद्यालय जल्दी बंद कर देते हैं अपने बचत के लिए नन्हे मुन्ने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है इस विषय में जब खंड शिक्षा अधिकारी से बात करना चाहता उन्होंने बोला कि मैं व्यस्त हूं बात नहीं कर पाऊंगी अगर ऐसे ही होता रहा तो कैसे पड़ेगा इंडिया अब कैसे बढ़ेगा इंडिया जब नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।