आयोजन के अंतिम दिनों में प्रशासनिक लापरवाहीके कारण अव्यवस्थित हुआ डिफेंस एक्सपो 2020

लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डिफेंस एक्सपो 2020 के आयोजन के अंतिम 2 दिनों में 8 व 9 फरवरी को आमजन के लिए आयोजन को खोलने का निर्णय किया गया जिसके तहत समाचार पत्रों में समाचार भी प्रकाशित कराए गए लेकिन शनिवार को निशुल्क प्रवेश के लिए प्रशासन द्वारा समुचित व सुचारू व्यवस्था ना करने के कारण डिफेंस एक्सपो अव्यवस्था की भेंट चढ़ता दिखा सप्ताह के आखिरी दिन शनिवार को लखनऊ सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में लोग आयोजन में आए लेकिन प्रशासन की तरफ से बिना तैयारी के निशुल्क आमंत्रण के कारण आयोजन स्थल की ओर जाने वाले रायबरेली रोड पर कंटोनमेंट एरिया के बाद पूरे रास्ते जाम से शहरवासियों व आयोजन में आए नागरिकों को जूझना पड़ा अपने वाहनों व साधन से आए लोगों को पार्किंग की सही जानकारी ना होने के कारण कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ा या पार्किंग के लिए घंटों भटकना पड़ा जबकि आयोजन स्थल की पार्किंग पूरी तरह से खाली पड़ी रही आमजन के लिए प्रवेश द्वार पर अतिरिक्त मेटल डिटेक्टर की कोई व्यवस्था नहीं की गई। प्रतिबंधित दिनों की तरह। द्वार पर इतनी बड़ी संख्या में आमजन के आने के बाद भी मात्र एक मेटल डिटेक्टर होने के कारण लंबी-लंबी लाइनों में लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा “भीड़ भाड़ में महिलाओं को कई बार अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ा यूपी पुलिस के कर्मचारी व्यवस्था सुचारू करने के बजाय महिलाओं से ही उलझते व अभद्र व्यवहार व भाषा का उपयोग करते दिखे आयोजन स्थल P4 पार्किंग स्थल की ओर स्कूली बच्चों तथा अपने परिवारों के साथ आए लोगों की लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिली P4 पार्किंग में प्रशासनिक चूक के कारण बनाया गया पार्किंग का द्वार तेज हवा के साथ गिर गया लेकिन भगवान की कृपा से बड़ी भीड़ होने के बावजूद कोई हताहत नहीं हुआ और बड़ा हादसा होते-होते टल गया” प्रशासन के तमाम दावों के विपरीत आयोजन स्थल के अंदर खानपान की सुचारू व्यवस्था का अभाव देखने को मिला प्रशासन की ओर से लगाए गए पानी के ज्यादातर स्टॉल पर पानी की खाली बोतलें लोगों को मुंह चढ़ाती दिखी आने वाले आम जनों ,बच्चों ,महिलाओं को घंटों पानी के लिए प्यासा रहना पड़ा लोग खाली बोतलों से पानी की कुछ बूंदे निकालने का प्रयास करते दिखे तो कुछ पानी की तलाश करते दिखे इसी तरह खाने के लिए कई फूडकोर्ट तो बनाए गए लेकिन जानकारी का अभाव रहा कि किन फूड कोर्ट में आम आदमी का प्रवेश है किन कोर्ट में नहीं है घंटों लोगों को भूखे भटकना पड़ा भूखे रहने के बाद आमजन के लिए बने फूड कोर्ट में घुसते ही आम आदमी उल्टे पांव वापस आने को मजबूर दिखा फूड कोर्ट में उपलब्ध भोजन काफी महंगा दिखा जिस पर कोई नियंत्रण नहीं था बनाए गए फूडकोर्ट आमजन को महंगे दामों में सामान बेचकर लूटते दिखे महंगे खाने के कारण व पानी की उपलब्धता सुचारू रूप से ना होने के कारण लोगों में काफी गुस्सा दिखा प्रशासन द्वारा बगैर तैयारी या अंदाजे के आयोजन को आमजन के लिए खोलने के कारण इस अव्यवस्था का सबसे ज्यादा असर बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों पर देखने को मिला जिस उन्हें कारण भूख प्यास का शिकार होना पड़ा *हालांकि सेना के द्वारा प्रस्तुत किए गए एयर शो, टैंकों के प्रदर्शन, घुड़दौड़ आदि ने इस अव्यवस्था के बीच उपस्थित जनसमूह आम जनमानस का उत्साहवर्धन किया जनता ने भी सेना के अदम्य साहस व प्रदर्शन की खूब प्रशंसा की तथा प्रदर्शन के दौरान तालियों व भारत माता की जय के नारों के साथ लोग सेना का मनोबल बढ़ाते हुए दिखाई दिए*

Translate »