प्रियंका गांधी बोली :जब जब देश मे संकट होता है तबतब काग्रेस कार्यकर्ता खड़ा होता है।

लखनऊ ।कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में प्रियंका गांधी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जब जब देश मे संकट होता है तबतब कौंग्रेस कार्यकर्ता खड़ा होता है।मैं अपने सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत करती हूं ।आज हमारी पार्टी का स्थापना दिवस है।किसानों ने भी इस देश के लिए बहुत संघर्ष किया…
आज देश मे बहुत संकट है।पिछले दिनों बहुत हिंसाहुई.।देश का नौजवान और किसान परेशान है।मौजूदा सरकार दमनकारी नीति अपना रही है।जब जब देश मे संकट होता है तबतब कौंग्रेस कार्यकर्ता खड़ा होता है।
हमारे दिल मे अहिंसा करुणा बसाई गई है.आज देश मे वही शक्तियां काम कर रही है जिन्होंने देश की आज़ादी में कोई योगदान नही दिया।
CAA और NRC जैसे कानून लाते है जो कि असंवैधानिक है.।लोगो की आवाजें दबाई जा रही है…
पार्टी की स्थापना अंग्रेजी शासन में बड़ी मुश्किल से हुई.।दशको तक काँग्रेस पार्टी ने त्याग और बली दान दिया.।हमारे देश की धरती में हर बिरादरी है जिसे कोई अलग नही कर सकता.सरदार पटेल महात्मा गांधी जवाहरलाल नेहरू ने देश को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।

लोगो की आवाजें दबाई जा रही है जनता की आवाज को सरकार कायरता से बंद करने का काम कर रही है.
देश भर में NRC और CAA के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर सरकार ने कायराना तरीके से आवाज बन्द करने का काम किया है।यूपी के गाँव मे किसान रो रहा है.किसानों के उपज का दाम नही मिल रही है.महिलाओ पर अत्याचार कितने ज्यादा बढे कौन बताएगा।उन्नाव की घटना से मैं बेहद हैरान हूं।
आज सबसे ज्यादा देश के नोजवान को सरकार दबाने का काम कर रही है।
जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है उसकी आवाज बन्द कर दी जाती है ।

उन्नाव की घटना में सरकार का कोई मिलने नही गया.
यूपी में महिलाएं डर रही है.
महिलाओ की सुरक्षा के लिए आज प्रदेश में कोई नही है.
देश और प्रदेश सरकार के खिलाफ हम आवाज उठाएंगे ये हमारा फर्ज है।
काँग्रेस का आज संघर्ष का दौर है.जहाँ न।जवान की ऊर्जा जरूरी है तो बुजुर्ग का अनुभव भी उतना ही जरूरी है.हमारा एक ही कार्य है कर्तव्य है देश की जनता को सुरक्षा देना।
जहाँ किसान और मजदूर परेशान है हम सड़क पर खड़े होकर आवाज़ उठाने का काम करेंगे.
यूपी में दूसरी विपक्ष की पार्टिया ज्यादा कुछ कह नही रही है. वे डर रही है या क्या है मुझे नही पता.।

लेकिन काँग्रेस पार्टी लगातार आवाज़ उठती रहेगी ।हमारी पार्टी डरने वाली नही है।

प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है

लखनऊ।कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है।प्रियंका गांधी जिस समय पार्टी के नेताओं के साथ मंच पर बैठी थीं तभी अचानक भीड़ से निकलकर एक शख्स उनके पास पहुंच गया और उनसे कुछ बात करने लगा. उस शख्स को नजदीक आता देख वहां मौजूद सिक्योरिटी के लोग कुछ कर पाते वह प्रियंका गांधी के काफी नजदीक पहुंच चुका था. जब सिक्योरिटी ने उसे हटाने की कोशिश की तो प्रियंका ने उन्हें दूर जाने के लिए कहा. फिर उन्होंने उस शख्स की पूरी बात इत्मिनान से सुनी. प्रियंका के साथ उस समय पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और कांग्रेस के अन्य नेता भी मौजूद थे. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटाकर जेड प्लस सिक्योरिटी दी गई. इस फैसले के बाद यह दूसरा मौका है जब उनकी सुरक्षा में चूक हुई है।

जब सीआरपीएफ की सुरक्षा के बावजूद एक शख्स कार लेकर कांग्रेस महासचिव के घर में घुस गया. उन्होंने बताया कि यह घटना 25 नवंबर की है. प्रियंका गांधी के दफ़्तर ने CRPF के सामने मुद्दा उठाया है।. सूत्रों ने बताया कि प्रियंका गांधी के घर के बगीचे के पास बने बरामदे में एक लड़की सहित पांच लोग कार लेकर घुस गए.

इसके बाद कार से उतरकर वे सभी लोग प्रियंका गांधी के बगीचे में गए और कांग्रेस नेता के साथ फोटो खिंचवाने की बात कही. सूत्रों ने कहा कि परिवार उत्तर प्रदेश के एक शहर से उनके साथ फोटो क्लिक करने के लिए आया था. इस घटना से प्रियंका गांधी हैरान थीं, हालांकि उनलोगों के साथ उन्होंने फोटो खिंचवाई।

हालांकि बाद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद पर इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा के घर हुई सरक्षा भंग एक इत्तेफाक था. प्रियंका गांधी के घर जो सुरक्षा है इसमें राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा सुरक्षा जांच के बिना अंदर आते हैं. सुरक्षाकर्मियों के पास एक सूचना आई कि राहुल गांधी एक काली सफारी गाड़ी में आने वाले हैं. ठीक उसी समय एक काली सफारी गाड़ी आई और उसमें शारदा त्यागी कांग्रेस कमिटी खरगोरा मेरठ की नेता थीं. चूंकि समय भी वही था, इसलिए वह बिना सिक्यॉरिटी जांच के अंदर चली गईं. समय वही था और गाड़ी भी काली थी तो सिक्यॉरिटी एजेंसियों ने उन्हें जाने दिया यह एक इत्तेफाक था. इसके बावजूद हमने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। इस मामले में तीन सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड किया गया है।

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