सोनभद्र जनपद की संक्षिप्त खबर

महिला जनसुनवाई कार्यक्रम 1जनवरी 2020 को

सोनभद्र/दिनांक 28 दिसम्बर,2019।जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ0 ए0के0 पौत्स्यायन ने जानकारी देते हुए बताया कि सदस्य सचिव, उ0प्र0 राज्य महिला आयोग लखनऊ के निर्देषानुसार जनपद सोनभद्र में 01 जनवरी, 2020 को मा0 सुश्री उषारानी, सदस्य राज्य महिला आयोग द्वारा महिला जनसुनवाई कार्यक्रम निर्धारित है। उन्होंने बताया कि माह जनवरी, 2020 को पूर्वान्ह 11.00 बजे से महिला जनसुनवाई का आयोजन किया जायेगा। उक्त जानकारी सूचना विभाग के नेसार अहमद ने दी।
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रोजगार मेले में 104 अभ्यर्थियों का चयन
सोनभद्र/दिनांक 28 दिसम्बर,2019।जिला सेवायोजन अधिकारी,सोनभद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 दिसम्बर, 2019 को जिला सेवायोजन कार्यालय,सोनभद्र में रोजगार मेले का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 225 बेरोजगार अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया, जिसमें निजी क्षेत्र की 02 कम्पनियों के प्रतिनिधियों द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से कुल 104 अभ्यर्थियों का चयन किया गया। रोजगार मेले में ग्लोबल भारत हेल्थ में सुपरवाइजर, कम्प्यूटर आपरेटर, ऑफिस ब्वाय एवं अन्य विभिन्न पद पर 62 व विष्वास म्यूच्यूल बेनीफिट निधि इण्डिया लिमिटेड में फिल्ड एजेण्ट पर 40 भर्तियां की गई। रोजगार मेला में मेला प्रभारी श्री पवन कुमार सोनकर, रमाकान्त विष्वकर्मा, हरेन्द्र खरवार, जगदीष सोनकर आदि लोग उपस्थित थे। उक्त जानकारी सूचना विभाग के नेसार अहमद ने दी।
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वृद्धाश्रम में 150 वृद्धों के रहने की व्यवस्था है

सोनभद्र/दिनांक 28 दिसम्बर,2019।जिला समाज कल्याण अधिकारी,सोनभद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि उ0प्र0 माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण नियमावली, 2014 में दिये गये प्रावधानों के अन्तर्गत समाज कल्याण विभाग के माध्यम से जनपद में आदर्ष जनता शिक्षा समिति, पीडी, करछना, इलाहाबाद द्वारा ग्राम, पोस्ट-सलखन राबर्ट्सगंज में वृद्धाश्रम स्थापित किया गया है। वृद्धाश्रम में 150 वृद्धों के रहने की व्यवस्था है। 60 वर्ष या उससे असिधक आयु के ऐसे वरिष्ठ नागरिक जिनके पास स्वयं के भरण-पोषण के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है अथवा निर्धर हैं या निराश्रित हैं, आश्रम में रहने के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन-पत्र वृद्धाश्रम से प्राप्त कर वहीं पर जमा किया जा सकता है। वृद्धाश्रम में वृद्धों हेतु खाना, रहना, बिस्तर आदि समस्त सुविधायें निःषुल्क प्रदान की जाती है। ————————————
कृषि विभाग ने फसलों कैसे बचायें पर दी जानकारी

सोनभद्र/दिनांक 28 दिसम्बर,2019।जिला कृषि रक्षा अधिकारी,सोनभद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के किसान भाइयों रबी की प्रमुख फसलों में गेहूं/राई/सरसों, मटर एवं आलू में लगने वाले कीट/रोग एवं खरपतवारों से बचाव के लिए नियमित निगरानी करें। कीट, रोग के लक्षण परिलक्षत होने पर तत्काल सुझाव एवं संस्तुतियों को अपनाकर फसल को बचा सकते हैं। उन्होंने बताया कि संकरी पत्ती वाले खरपतवारों यथा गेंहूसा एवं जंगली जई के नियंत्रण हेतु सल्फोसल्यूरॉन 75 प्रतिषत डब्लू0जी0 33 ग्राम (2.5 यूनिट) मात्रा प्रति हेक्टर की दर से लगभग 300 लीटर पानी में घोलकर प्रथम सिंचाई के बार -25.30 दिन की अवस्था पर अवस्था पर छिड़काव करें। चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों हेतु मेटसल्फ्यूरान मिथाइल 20प्रतिषत डब्लू0पी0 20 ग्राम मात्रा को लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टयर की दर से फ्लैट फैन नाजिल से प्रथम सिंचाई के बाद 25-30 दिन की अवस्था पर छिड़काव करें। संकरी एवं चौड़ी पत्ती दोनों खरपतवारों के नियंत्रण हेतु सल्फोसल्यूरॉन 75 प्रतिषत, मेटलसल्फ्यूरॉन मिथाइल 5 प्रतिषत डब्लू0जी0 40 ग्राम, (2.5 यूनिट) अथवा मेट्रीब्यूजिन 70 प्रतिषत डब्लू0पी0 की 250-300 ग्राम मात्रा को लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टयर की दर से फ्लैट फैन नाजिल से प्रथम सिंचाई के बाद 25-30 दिन की अवस्था पर छिड़़काव करें। गेंहॅू की फसल में मकोय नामक खरपतवार के नियंत्रण हेतु का कारफेन्ट्राजोन-इथाइल 40 प्रतिषत डीएफ की 50ग्राम की मात्रा को लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टयर की दर से छिड़काव करना चाहिए। राई/सरसों :- मौसम के तापमान में गिरावट होने पर राई/सरसों की फसल माहू कीट के प्रको होने की सम्भावना होती है। यदि कीट का प्रकोप आर्थिक क्षति पर (5 प्रतिषत प्रभावित पौधे ) से अधिक हो तो रसायनों में से किसी एक को प्रति हेक्टयर की दर से लगभग 500 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। एजाडिरेक्टिन 0.15प्रतिषत ई0सी0 2.50 लीटर। डाईमेथोएट 30प्रतिषत ई0सी0 1.0 लीटर। मटर का बुकनी रोग-पाउरी मिल्ड्यू- इस रोग में पत्तियों, तनों एवं फलीयों पर सफेद चूर्ण दिखाई देते हैं, जिससे बाद में पत्तीयां सूख कर गिर जाती है। इस रोग के नियंत्रण हेतु रसायनों में से किसी एक को प्रति हेक्टयर की दर से लगभग 500-600 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। घुलनषील गंधक 80प्रतिषत डब्लू0पी0-2 किलोग्राम। ट्राइडेमेफान 25 प्रतिषत डब्लू0पी0-250 ग्राम। डिनोकैप 48प्रतिषत ई0सी0 200 मिली0 लीटर। कार्बेण्डाजिंम 50प्रतिषत डब्लू0पी0-250 ग्राम। आलू -आलू की फसल में अगेती/पछेती झुलसा रोग का प्रकोप होन पर पत्तियों पर भूरे एवं काले रंग के रसायनों में से किसी एक को प्रति हेक्टयर की दर से लगभग 600-800 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। कापरआक्सी क्लोराइड 50प्रतिषत डब्लू0पी0-2.5 किलोग्राम। मैंकोजेब 75प्रतिषत डब्लू0पी0-2.0 किलोग्राम। मेटालैक्सिल 8प्रतिषत, मैंकोजेब 64 प्रतिषत डब्लू0पी0-2.0 किलोग्राम, फेनामिडोन 8प्रतिषत, मैंकोजेब 50प्रतिषत डब्लूपी-2.0किलोग्राम का प्रयोग कर फसल को बचाया जा सकता है। उक्त जानकारी सूचना विभाग के नेसार अहमद ने दी।

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