स्थानीय नौजवानों को मिलें ओबरा ‘सी‘ में रोजगार
19 दिसम्बर को ओबरा में होगा कैब के खिलाफ प्रदर्षन
मजदूर किसान मंच की हसरा जुगैल में हुई बैठक
ओबरा, सोनभद्र, 17 दिसम्बर 2019, योगी सरकार में जुगैल में विकास कार्य ठप्प पड़ा हुआ है। ओबरा डैम से लेकर परसोई, हसरा तक सड़क का हाल बेहाल है यहां तक कि ओबरा डैम की सड़क में बड़े-बड़े गड्डे है। मनरेगा में लोगों को रोजगार नहीं है, ओबरा ‘सी‘ में स्थनीय निवासियों को काम नहीं मिल रहा है। गांव में लोग गेठींकंदा, लकड़ा की चटनी व चकवड़ का साग खकर किसी तरह जिदंगी गुजार रहे है। पौष्टिक भेजन न मिलने से लोग विषेषकर महिलाएं और बच्चे एनिमिया के षिकार है। ओबरा में सरकारी अस्पताल न होने से लोग बेमौत मरने के लिए मजबूर है। जुगैल, परसोई बेलगढ़ी समेत जुगैल की हालत न सिर्फ भाजपा राज में बल्कि सपा-बसपा राज में भी यहीं बनी रही है। देष के सर्वाधिक पिछड़े जिले में शामिल सोनभद्र का भाठ क्षेत्र और भी पिछड़ा हुआ है। इस हालत को जनराजनीति से ही बदला जा रहा है जो स्वराज अभियान के बैनर से यहां जारी है। यहीं राजनीति सोनभद्र के गांवों की आत्म निर्भर अर्थव्यवस्था को बनायेगी और आम आदमी के जीवन में खुशहाली लायेगी। यह बातें हसरा गांव में हुई मजदूर किसान मंच की तरफ से आयोजित जन संवाद में स्वराज अभियान नेता दिनकर कपूर ने बतौर मुख्य अतिथि कहीं।
बैठक में मौजूद स्वराज अभियान नेता राहुल यादव ने कहा कि रोजगार के सवाल को हल करके ही स्थानीय निवासियों की जिदंगी बेहतर की जा सकती है। इसके लिए सहकारी खेती शुरू की जानी चाहिए जिसमें किसानों को मुफ्त टैक्टर, ब्याज मुक्त कर्ज, सभी कर्जे का खात्मा होना चाहिए और अरहर की दाल मिल लगाकर किसानों से सरकारी दर 5850 रूपए पर अरहर खरीद कर इस जैविक दाल को बाजार में बेचने की व्यवस्था करनी चाहिए। स्थानीय निवासियों को ओबरा ‘सी‘ में रोजगार के लिए वृहद आंदोलन होगा।
बैठक में बीडीसी भगवान दास गोंड़ ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के आदेष के बाद लागू हुए वनाधिकार कानून में अनियमितता हो रही है राजस्व विभाग व ग्रामस्तरीय वनाधिकार समिति द्वारा स्वीकृत किए गए दावों पर वन विभाग हस्ताक्षर नहीं कर रहा है। बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि संविधान के विरूद्ध लागू किया गया नागरिकता संशोधन विधेयक आदिवासी विरोधी है। इसलिए 19 दिसम्बर को ओबरा में विरोध प्रदर्षन कर राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन थानाध्यक्ष के माध्यम से भेजा जायेगा। बैठक में रधुवीर गोंड़, विजय गोंड़, शिवनाथ गोंड़ त्रिलोकी पनिका समेत कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी। बैठक में हसरा, बेलगढ़ी, परसोई, करी समेत कई गांवों से सैकड़ों लोग इकठ्ठा हुए थे।