सोनभद्र। जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने परिषदीय विद्यालय इंगलिष मीडियम प्राइमरी स्कूल मुसही-चरका टोला का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मध्यान्ह भोजन के किचन के निरीक्षण के दौरान पाया कि मध्यान्ह भोजन जहॉ मीनू के अनुसार बनाया जा रहा है, वहीं गैस सिलेण्डर के बजाय लकड़ी पर खाना बन रहा है।
जिलाधिकारी ने मध्यान्ह भोजन के रूप में तैयार रोटी-सब्जी को खुद खाकर लज्जत को जाना और गुणवत्तापूर्ण मध्यान्ह भोजन बच्चों को मुहैया कराने के निर्देष दियें। जिलाधिकारी ने पाया कि इंगलिष मीडियम प्राइमरी स्कूल में कुल 10 अध्यापक तैनात हैं और मौके पर श्रीमती विमला शर्मा को खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय राबर्ट्सगंज में सम्बद्ध होना बताया गया।जिलाधिकारी ने बच्चों से रूबरू होकर शिक्षा के गुणवत्ता को जाना और मौके पर प्राइमरी स्कूल की रसोइयां चम्पा देवी, सरिता, रूपा व इन्द्रावती मौजूद मिली। शिक्षा मित्र नीरज कुमारी व सरिता भी मौजूद रहीं। इंगलिष मीडियम स्कूल में कुल 213 नामांकित बच्चों के सापेक्ष 89 बच्चें यानी 42 प्रतिषत बच्चों की उपस्थिति पायी गयी और बच्चों से बात-चीत कर उनका बौद्धिक परीक्षण किया। जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक को दायित्वबोध कराते हुए फटकार लगायी और मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन के साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के निर्देष दियें। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल को दायित्वबोध कराते हुए कहा कि इंगलिष मीडियम प्राइमरी स्कूल मुसही-चरका टोला के शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार करायें और लापरवाहों के खिलाफ समयबद्ध तरीके से विभागीय कार्यवाही भी सुनिष्चित करें। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम के अलावा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल, मीडिया के नेसार अहमद सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।