बेमौत मरने के लिए अभिशप्त है ओबरावासी -स्वराज अभियान हस्ताक्षर अभियान को दूसरे दिन मिला भारी समर्थन

ओबरा, सोनभद्र, 21 नवम्बर 2019, लगातार उड़ रही धूल और ओबरा परियोजना द्वारा बांध में बहाई जा रही राख के कारण ओबरा की हवा और पानी तक जहरीला हो गया है। प्रदूषण के इस भयावह हालात में भी ओबरा में सरकारी अस्पताल न होने के कारण ओबरा व उससे लगे हुए गांव के निवासी बेमौत मरने के लिए मजबूर है। हालत इतनी बुरी है कि पानी का छिड़काव तक नहीं कराया जा रहा है। इसलिए सरकार को देश के सर्वाधिक पिछड़े इलाके में आने वाले सोनभद्र जनपद के ओबरा में सरकारी अस्पताल का निर्माण कराना चाहिए और तत्काल पानी का छिड़काव कराना चाहिए ताकि लोगों की जिदंगी को बचाया जा सके। यह मांग आज स्वराज अभियान समेत विभिन्न संगठनों की तरफ से चलाएं जा रहे हस्ताक्षर अभियान के दूसरे दिन उठी। आज भी सैकड़ों की संख्या में लोगों ने मांग पत्र पर हस्ताक्षर किया और निर्णय लिया कि ओबरा में जन-जन तक जाकर हजारों हस्ताक्षर कराकर जिलाधिकारी को दिया जायेगा। हस्ताक्षर अभियान का संयोजन दुर्गा प्रसाद और संचालन राहुल यादव ने किया।
इस मौके पर मौजूद स्वराज अभियान नेता व श्रम बंधु दिनकर कपूर ने कहा कि देश की सार्वजनिक व प्राकृतिक सम्पत्ति की लूट हो रही है। यहां तक कि कर्मचारियों की जिंदगीभर की कमाई का भविष्य निधि का 42 अरब रूपया एक ऐसी कम्पनी में योगी जी की सरकार ने लगा दिया जो पहले से ही डिफाल्टर थी। आश्चर्यजनक यह है कि जिस दाऊद को पानी पी-पीकर आरएसएस-भाजपा वाले कोसते है उसी की कम्पनी डीएचएफएल में यह पैसा लगाया गया। मुख्यमंत्री 2 तारीख को सीबीआई जांच कराने की घोषणा करते है लेकिन आज तक इस सम्बंध में आदेश क्यों नहीं हुए यह उन्हें प्रदेश की जनता को बताना चाहिए।
हस्ताक्षर अभियान के जरिए सरकारी अस्पताल एवं सरकारी इंटर कालेज के निर्माण, ठेका मजदूरों को ईएसआई का लाभ देने व स्थानीय नौजवानों को रोजगार देने की मांगों को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। इस हस्ताक्षर अभियान में कर्मचारी नेता छेदीलाल राजभर, सुषील यादव, ठेका मजदूर यूनियन के जिला मंत्री कृपाषंकर पनिका, उपाध्यक्ष तीरथराज यादव, छात्र नेता राजेष राका, मुकेष जायसवाल, संदीप यादव, चंद्रषेखर पाठक, धुव्रनारायण राय आदि लोग शामिल रहे।

Translate »