जागरूकता पैदा करने में आशाओं की है महत्वपूर्ण भूमिका- सीएमओ

परिवार नियोजन कार्यक्रम अन्तर्गत एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला सम्पन्न
विन्ध्याचल मण्डल व वाराणसी सहित चार मण्डलों के चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारियों ने लिया भाग
मिर्जापुर। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ओ0पी0 तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत स्वास्थ्य सुविधाओं को समुदाय तक पहुंचाने तथा उपलब्ध सेवाओं के सम्बन्ध में समुदाय को जागरूक करने में आशाओं की प्रमुख भूमिका है।
वे महन्थ शिवाला स्थित एक मैरिज हाल में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे।
उन्होनें परिवार नियोजन कार्यक्रम अन्तर्गत आयोजित अभिमुखीकरण कार्यशाला में कहा कि शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत सभी आशा /स्वास्थ्यकर्मी सभी समुदायों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है साथ ही शहरी आबादी की वंचित महिलाओं व बच्चों को सभी प्रकार स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी देती है। ग्रामीण आशाओं के नियमित सहयोगात्मक पर्यवेक्षण हेतु प्रत्येक 20 आशाओं पर एक क्लस्टर बनाते हुये एक-एक आशा संगिनी का चयन कर लिया गया है।
डीपीएम अजय सिंह ने कहा कि उ0प्र0 शासन द्वारा आशा संगनियों को ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान अधिकतम 750 रूपये अतिरिक्त धनराशि दिये जाने का आदेश निर्गत किया गया है। यह भी निर्धारित किया गया है कि प्रत्येक आशा संगनियों को प्रत्येक माह कम से कम 15 आशाओं का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किया जाना आवश्यक है। यदि आशा संगिनी द्वारा माह में 15 दिन से कम भ्रमण किये गये है। तो उसे 50 रूपये प्रति भ्रमण दिवस के आधार पर धनराशि दी जायेगी।
आयोजित कार्यशाला में विन्ध्याचल, वाराणसी, फैजाबाद व गोरखपुर सहित चार मण्डल के चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया।

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