ईसीआरकेयू चोपन प्रथम के द्वारा रेलवे के निजीकरण का जबरदस्त विरोध प्रदशर्न

चोपन/सोनभद्र (अरविन्द दुबे) आल इंडिया रेलवे फेडरेशन के आह्वान पर रेलवे के निजीकरण एवं निगमीकरण का ईसीआरकेयू चोपन के द्वारा भारत सरकार का जबरदस्त विरोध किया गया।वही चोपन शाखा अध्यक्ष उमेश कुमार सिंह ने बताया कि निजीकरण के कारण कर्मचारियों की छटनी होगी रोजगार छीना जायेगा यात्रियों से मनमाने ढंग से किराया भी वसूला जायेगा जैसा कि वसूला जा रहा है।नई दिल्ली से लखनऊ तेजस एक्सप्रेस( 82502) 6.30 घंटे में आती है और भारतीय रेल स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस ( 12004 )भी 6.30घंटे में पहुँचती है लेकिन किराया भारतीय रेल के अपेक्षा तेजस का किराया तीन गुणा अधिक है इस पर रेलवे का कोई प्रतिबंध भी नही है

जबकि अभी भारतीय रेल पूरी तरह से बिकी भी नही है जब भारतीय रेल औद्योगिक घराने का हो जायेगा तो मनमाने ढंग से यात्रियों का शोषण और भी ज्यादा बढ़ जायेगा।इस प्रकार निजीकरण से किसी का भला नहीं होगा ।इस मौके पर पतविंदर सिह,सन्तोष कुमार,मनोज पासवान, शाकिब खान,रवि कुमार, क्रांति कुमार,आर.के. यादव सहित ईसीआरकेयू के अनेकों सदस्य मौजूद रहे।

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