शरद् पूर्णिमा की चाँद से गिरती अमृत की बूँदें

शरद् चन्द्रिकोत्सव “के 24वें सालगिरह को यादगार बनाया

अमरेश पांडेय की खास रिपोर्ट

शक्तिनगर सोनभद्र।शरद् पूर्णिमा की चाँद से गिरती अमृत की बूँदें ,संगीत के जनक महादेव का सान्निध्य और भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर शास्त्रीय संगीत के गायन, वादन एवं नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति व संगीत प्रेमी अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति ने “शरद् चन्द्रिकोत्सव “के 24वें सालगिरह को यादगार बनाया ।

शक्ति संगीत कला परिषद एवं एनटीपीसी शक्तिनगर के विशेष सहयोग से आयोजित “शरद् चन्द्रिकोत्सव” का शुभारंभ रविवार की शाम 9बजे विद्युत विहार शक्तेश्वर महादेव मंदिर यज्ञशाला परिसर में सिंगरौली विद्युत गृह के मुखिया देवाशीष चट्टोपाध्याय,एस सी नायक जीएम(ओ&एम),संजय मिश्र जीएम (एस.एस.सी)विन्ध्याचल परियोजना, एस मल्होत्रा कमाण्डेंट,एल पी गोड्से जीएम एनसीएल ककरी व अनिल कुमार जाडली एजीएम (मा.सं)सिंगरौली व अन्य अतिथियों के संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन एवं ऊर्जांचल वैदिक गुरूकुलम् के बटुकों के मंगलाचरण से प्रारंभ हुआ ।
इस बार का कार्यक्रम वाराणसी घराने के ख्यातिलब्ध संगीतकार पं. संतोष मिश्र को समर्पित रही जिसके

आगाज में प्रथम प्रस्तुति “सरोद-संतूर” की जुगलबंदी सरोद पर अनिरबन-कलकत्ता व संतूर पर कुमार सारंग-वाराणसी राग-जन सम्मोहिनी को तीन ताल में गत व झप ताल के साथ ही गांधी जी के 150वीं जयंती के उपलक्ष्य मे वैष्णव जन ते ने की प्रस्तुती के रूप मे दिया ।दूसरी प्रस्तुति वाराणसी घराने के राहुल रोहित की युगल बंदी गायन के रूप मे राग-जोग,बड़ा खयाल एक ताल,विलंबित में – कल्ना पड़े एवं द्रुत खयाल तीन ताल की बंदिश -अजहू ना आए कान्हा मोरे प्रस्तुत की । गायन का समापन ठुमरी से हुआ ।

अंतिम प्रस्तुति नृत्य का रहा जिसे स्विट्जरलैंड की कथक नृत्यांगना सुश्री फैनी मारके उर्फ “मीरा” का रहा जिन्होंने 12साल की अल्पायु से बनारस घराने के गुरु पंडित रविशंकर मिश्र के सान्निध्य में 20वर्षों की निरंतर साधना से भारतीय संस्कृति के शास्त्रीय संगीत प्रेम को अद्भुत ढंग से नृत्य के रूप मे प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया । फैनी ने गणेश बंदना- वक्रतुंड महाकाय नृत्य के रूप मे प्रस्तुत कर बिना रूके बनारस घराने की प्रचलित बंदिशे तीन ताल में प्रस्तुत कर अपनी तीसरी प्रस्तुति दादरा के रूप मे -जाओ कान्हा करो ना मुझसे रार रे…., व चौथी व इस पूनम के रात की अंतिम प्रस्तुति “भवानी – दयानी” को भैरवी-नृत्य में प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया । शक्तेश्वर महादेव की आरती व खीर भोग के प्रसाद वितरण से कार्यक्रम का समापन हुआ। संचालन सचिव सी एस जोशी का रहा जब की धन्यवाद ज्ञापन संस्था के का.अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ना व्यक्त किया, अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार दूबे,उपाध्यक्ष अजीत तिवारी, सत्यनारायण बंसल,एस एस परिहार, एस एस अग्रवाल, कोषाध्यक्ष ए के दूबे, संयोजक एस के सिंह व विजय दूबे, अमरेश पाण्डेय आदि ने किया । उक्त अवसर पर एम सी माझी डीजीएम (एचआर),आदेश पाण्डेय(एनटीपीसी प्रवक्ता), वी बी उपाध्याय नगर निगम सिंगरौली, के बी मिश्र,आर के उपाध्याय, रमेश पांडे, डी बी द्विवेदी, ग्राम प्रधान चिल्काटांट रविन्द्र यादव,अशोक पाण्डेय आदि सहित श्रीमती ज्योत्सना त्रिपाठी, श्रीमती अनीता दूबे, श्रीमती विदुषी परिहार, श्रीमती नीलम सिंह, श्रीमती आरती तिवारी, श्रीमती मीना सिंह, श्रीमती अनीता जोशी, श्रीमती रेखा दूबे, श्रीमती किरन मिश्रा, श्रीमती मानिक पाण्डेय, श्रीमती किरन पाण्डेय श्रीमती दीपशिखा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहीं। कार्यक्रम को इतनी ऊँचाई दिलाने मे सुभाष पटेल, प्रमोद अग्रवाल, सुरेन्द्र लोहिया, चाँदी जैन,राम प्रकाश मिश्रा,वाई एन सिंह व अमरेश मिश्र की भूमिका सराहनीय रही ।

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