करोड़ो रूपये खर्च करने के बाद भी नही शुरू हो पाया एकलव्य विद्यालय

पेस है नवीन चन्द की एस एन सी उर्जान्चल पर खास रिपोर्ट
*24 मई 2011से शुरू हुआ था निर्माण कार्य
*बसपा सपा के शासन काल बीतने के बाद भी नही शुरू हुआ पठन पाठन
*सदर विधायक ने मौके पर बिल्डिंग देख हो गए दंग

कोन/सोनभद्र-।।जिले में जनजाति आदिवासियों के लिए एक आवासीय विद्यालय का शिलान्यास मायावती के शासन काल मे 24 में 2011 में हुआ था लेकिन विडम्बना यह है कि दो दलों के शासन काल बीत जाने के बाद की किसी जनप्रतिनिधियों ने इस विद्यालय को शुरू कराने में दिलचस्पी नही दिखाई लेकिन वर्तमान सांसद रहे सपा सरकार में उक्त विद्यालय पर 5 अप्रैल 2013 को 240 बच्चो की आवासीय परिसर का शिलान्यास किया उसके बाद भी उक्त जनप्रतिनिधि ने उक्त विद्यालय का हाल चाल भी नही लिया यह तो सयोग अच्छा है कि अब पुनः भाजपा से सांसद बन गए है वही केंद्र व राज्य सरकार पहले भी यह कह चुकी है कि जो भी कार्य चल रहे है उसे पूरा करा कर शुरू किया जाएगा लेकिन वर्तमान सरकार के भी आधा कार्यकाल पूरा होने के बाद भी किसी जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान नही दिया जबकि यह इस क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगयी यही नही सरकार की करोड़ो रूपये की लागत से बने भवन भी सिर्फ़ दो चौकीदारी के रहने काकाम आ रहा है वही कुड़वा गांव में

जन सवांद कार्यक्रम में आये सदर विधायक भूपेश चौबे को यह जानकारी दी गयी तो विधायक ने मौके पर जाकर विद्यालय की भवन देख आवक हो गए उन्होंने कहा कि इतनी खूब सूरत भवन बन कर तैयार है और किसी भी अधिकारी अब तक स्कूल को शुरू कराने की पहल नही किया जिस पर उन्होंने दुःख जताया और कहा कि में खुद जिला मुख्यालय पहुच कर जिलाधिकारी से वार्ता करूंगा कि इस विद्यालय के संचालन में क्या परेशानी हो रही है और किसी भी तरह का कोई अड़चन आएगा तो मै खुद

मुख्यमंत्री से पहल कर जल्द से जल्द इस विद्यालय को शुरू कराऊँगा बता दे कि इस विद्यालय के निर्माण में स्टमिट से ज्यादा धन खर्च हो चुका है फिर भी यह विद्यालय की बाउंड्री व बच्चो का आवास का कार्य अधूरा है वही इस विद्यालय पर सूचना का अधिकार के तहत जानकारी भी मांगी गई थी वावजूद अब तक करोड़ो रूपये सरकार का व्यर्थ जा रहा है।

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