सोनभद्र/दिनांक 02 सितम्बर ,2019।जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित विकास कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान सम्बन्धितों को कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप विकास परक कार्यक्रमों, जन कल्याणकारी योजनाओं व लाभार्थी परक कार्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से पूरी पारदर्षिता व गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाय। कार्यदायी संस्थाओं पर शिथिल नियंत्रण रखने वाले वरिष्ठ अधिकारी कार्यों को मूर्त रूप देने के लिए ठोस कदम उठायें। विभागों के निर्माण कार्य को कार्यदायी संस्था पूरी जिम्मेदारी के साथ हर हाल में पूरा करायें। शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु सम्बन्धित अधिकारी पूरी संसाधन से लगकर अपने कार्यों को पूर्ण करने में लग जायें। मुख्य मंत्री के घोषणा से सम्बन्धित सभी बिन्दुओं का अक्षरषः अनुपालन सुनिष्चित करने का निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी ने विकास कार्यों, लाभार्थीपरक व जन कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ें विभागों की सम्बन्धित अधिकारियों से बारी-बारी से गहनता पूर्वक समीक्षा की। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों को दायित्वबोध कराते हुए कहा कि आगामी समीक्षा बैठक पर्यावरणीय संरक्षण के दृष्टिगत पेपर/कागज के बचाव के लिए हार्ड कापी के बजाय साफ्ट कापी सिस्टम से होगी। उन्होंने कहा कि जिले के कार्यालयाध्यक्ष जो प्रगति रिपोर्ट हार्ड कापी में लाते हैं, वे हार्ड कापी लाने के बजाय अपने-अपने कार्यालय के कम्प्यूटर आपरेटर के द्वारा उपलब्ध लैपटाप/टैबलेट अथवा मोबाइल सिस्टम के द्वारा अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगें। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालय प्लास्टिक/पोलोथिन के प्रयोग से बचें। उन्होंने कहा कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को हिदायत दी कि जिले के परिषदीय स्कूलों में घरेलू रसोई गैस/एलपीजी गैस से ही मध्यान्ह भोजन बनवायें, जिस स्तर पर मध्यान्ह भोजन एलपीजी गैस से बनता हुआ न पाया जाय। सम्बन्धित अध्यापक बीआरसी, एमपीआरसी व खण्ड शिक्षा अधिकारी की जिम्मेदारी तय करें। जिलाधिकारी ने कहा कि आवासों की चयन प्रक्रिया को बेहतर बनायें। चयन प्रक्रिया होने के बाद लाभार्थी को अपात्र पाये जाने की स्थिति में सम्बन्धित ग्राम स्तरीय अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाय। उन्होंने जल संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि जिले में बनाये गये टांकाओं को रिचार्ज करने पर विशेष ध्यान दिया और जल संरक्षण के लिए जनता को भी जागरूक किया जाय। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाओं को दायित्वबोध कराते हुए कहाकि शासन की मंशा के अनुरूप कार्य को हर हाल में पूरा करने के लिए पुरजोर कोशिश करें साथ ही कार्य में पारदर्शिता व गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान दिया जाय। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी विभाग का कार्य करने में सम्बन्धित विभाग की वजह से कार्य बाधित हो रहा हों, तो आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य को पूरा किया जाय। उन्होंने कहा कि आईजीआरएस, मुख्य मंत्री शिकायती पोर्टल, जन शिकायती आदि का निस्तारण ससमय गुणवत्ता पूर्वक किया जाय। यदि कोई विभागीय अधिकारी समय से कार्य का निस्तारण नहीं करता है, तो उसकी जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही की जायेगी। समीक्षा बैठक में सामाजिक पेंशन, पारदर्षी किसान सेवा योजना योजना, आयुष्मान भारत, प्रधान मंत्री किसान सम्मान योजना, सुपोषण योजना, प्रधान मंत्री आवास योजना, मुख्य मंत्री आवास योजना, सरकारी भवन, पुल/रपटा, सड़क, आर0सी0सी0 निर्माण कार्य, स्कूल निर्माण, निःषुल्क ड्रेस वितरण, मध्यान्ह भोजन, निःषुल्क किताब वितरण आदि की बारी-बारी से समीक्षा करते हुए लक्ष्य को पूरा करने के निर्देष सम्बन्धितों को दियें।बैठक में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी ए0के0 द्विवेदी, सीएमओ डॉ0 एस0पी0 सिंह, जिला विकास अधिकारी श्री रामबाबू त्रिपाठी, परियोजना निदेषक, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी श्री ओ0पी0 यादव, जिला पूर्ति अधिकारी श्री राकेश तिवारी, मीडिया के नेसार अहमद, कार्यदायी संस्था के पदाधिकारीगण, जिला स्तरीय अधिकारीगण सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।