बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय/ विवेकानंद)
मामला विकास खंड बभनी के ग्राम पंचायत भवंर का।
कागजी कार्रवाई पूरा करने की होड़ में मासूमों की जिंदगी के साथ किया जा रहा खिलवाड़।
बभनी। विकास खंड के ग्राम पंचायत भवंर में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय भवंर के परिसर में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर शौचालय नहीं था।जब एक दिन पूर्व केंद्रीय जांच टीम के दौरे की बात पता चलने पर ग्राम प्रधान व संबंधित सेक्रेटरी के द्वारा आनन फानन में दिन भर के अंदर आंगनबाड़ी केंद्र के पास शौचालय बनवा दिया गया
जिसमें आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले मासूम बच्चे प्राथमिक विद्यालय के बच्चों से भी छोटे-छोटे होते हैं शौचालय बनवा कर अपना कागजी कार्रवाई तो पूरी कर दी गई परंतु वहां पढ़ रहे पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मौत का कहर तैयार कर दिया गया है। और जो आंगनबाड़ी केंद्र बनवाया गया है उसके छतों व दीवारों में दरारें पड़ने लगीं चार वर्ष पूर्व बने आंगनबाड़ी केंद्र की पर चूना भी नहीं चढ़ाया गया है। माडल विद्यालय होने के बाद भी विद्यालय माडल के नाम पर परिसर की दीवारें टूटी हुई हैं माडल विद्यालय के नाम पर विद्यालय का सिर्फ शौचालय भर अच्छा बनाया गया है।यह बात आश्चर्य जनक लगती है कि गांव में जिला सचिव किस बिंदु पर जांच करेंगे। जब विद्यालय की स्थिति इस तरह की है तो इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चार वर्ष पूरा होने के बाद गांव के विकास की स्थिति क्या होगी।इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी से संपर्क किया गया तो संपर्क नहीं हो सका जब ग्राम विकास अधिकारी आशुतोष श्रीवास्तव से संपर्क किया गया तो फोन काट दिया गया।जब सेक्रैटरी राजेश सिंह से बात किया गया तो उनका कहना था कि केंद्रीय जांच टीम आने वाली थी परंतु आई नहीं।