गुरु दक्षिणा का कार्यक्रम सम्पन्न

ओबरा/(सतीश चौबे)गुरु दक्षिणा कार्यक्रम राष्ट्र सेविका समिति द्वारा गुरुदक्षिणा कार्यक्रम का सुशीला निवास में गीतांजलि चौबे संयोजिका के नेतृत्व मे आयोजन हुआ।मुख्य अतिथि के रूप में दिलीप कृष्ण भारद्वाज प्रांत सांस्कृतिक प्रमुख /कथा वाचक,विशिष्ट अतिथि माया पांडेय प्रान्त कार्यवाहिका काशी प्रान्त उपस्थित रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्र पवित्र भगवा ध्वज लगाकर व श्रीमती लक्ष्मीबाई केळकर (मौसीजी) जी चित्र पर पुष्प अर्पित कर के किया गया।

संस्कार केंद्र के सभी लोगों ने गुरु दक्षिणा किया।मुख्य अतिथि के द्वारा बौद्धिक दिया गया उन्होंने कहा की गुरु वही जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए। गुरु दक्षिणा के लिए हमें धन और मन राष्ट्र के प्रति समर्पित करना होगा। राष्ट्र सेविका समिति, भारत की स्त्रियों की एक संस्था है जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही दर्शन के अनुरूप कार्य करती है। इसकी स्थापना 1936 में विजयादशमी के दिन वर्धा में हुई थी। श्रीमती लक्ष्मीबाई केळकर (मौसीजी) इसकी प्रथम प्रमुख संचालिका थीं।

राष्ट्रसेविका समिति का ध्येयसूत्र है – ‘स्त्री राष्ट्र की आधारशीला है। राष्ट्र सेविका समिति द्वारा आयोजित गुरु दक्षिणा कार्यक्रम में कही। माया पाण्डेय विशिष्ट अतिथि ने महिलाओं का आह्वान किया कि वे घरों से निकलकर समाज के लिए भी समय दें। तभी सही गुरु दक्षिणा होगी। महिलाओं को स्वाभिमान के लिए आगे आने को कहा। कार्यक्रम में वंदे मातरम् गीत गाकर लोगों का मन मोह लिया।कार्यक्रम की अध्यक्षता नीता चौबे व मुख्य शिक्षिका रमा दुबे रही। इस मौके पर कार्यक्रम में ज्ञानू पाठक,मनोरमा सोनी,सावित्री देवी,अमृता वैश्य,मनोरमा सिंह, इंदु देवी, मंजू सिंह, रेखा पटेल ,रेखा माली सहित संस्कार केंद्र के बच्चे संयोगिता कश्यप,आरव दुबे,पायल चौबे, श्री चौबे,छाया, ऋतु पाठक,
शालिनी,सुरभि,इशिका,श्रुति, श्रद्धा, हर्षिता, हंसिका, शिवांगी, साहिल, अंश, राधिका, नीतीश, शिवम, श्रेयांश, आकृति, देव ,शुभी, हरीश, शशांक, मनीष, अनन्या, रोशन, सतीश, रूद्र सहित समेत कई लोग मौजूद रहे। समिति द्वारा गुरुदक्षिणा कार्यक्रम का सुशीला निवास में गीतांजलि चौबे संयोजिका के नेतृत्व मे आयोजन हुआ।मुख्य अतिथि के रूप में दिलीप कृष्ण भारद्वाज प्रांत सांस्कृतिक प्रमुख /कथा वाचक,विशिष्ट अतिथि माया पांडेय प्रान्त कार्यवाहिका काशी प्रान्त उपस्थित रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्र पवित्र भगवा ध्वज लगाकर व श्रीमती लक्ष्मीबाई केळकर (मौसीजी) जी चित्र पर पुष्प अर्पित कर के किया गया।संस्कार केंद्र के सभी लोगों ने गुरु दक्षिणा किया।मुख्य अतिथि के द्वारा बौद्धिक दिया गया उन्होंने कहा की गुरु वही जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए। गुरु दक्षिणा के लिए हमें धन और मन राष्ट्र के प्रति समर्पित करना होगा। राष्ट्र सेविका समिति, भारत की स्त्रियों की एक संस्था है जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही दर्शन के अनुरूप कार्य करती है। इसकी स्थापना 1936में विजयादशमी के दिन वर्धा में हुई थी। श्रीमती लक्ष्मीबाई केळकर (मौसीजी) इसकी प्रथम प्रमुख संचालिका थीं। राष्ट्रसेविका समिति का ध्येयसूत्र है – ‘स्त्री राष्ट्र की आधारशीला है। राष्ट्र सेविका समिति द्वारा आयोजित गुरु दक्षिणा कार्यक्रम में कही। माया पाण्डेय विशिष्ट अतिथि ने महिलाओं का आह्वान किया कि वे घरों से निकलकर समाज के लिए भी समय दें। तभी सही गुरु दक्षिणा होगी। महिलाओं को स्वाभिमान के लिए आगे आने को कहा। कार्यक्रम में वंदे मातरम् गीत गाकर लोगों का मन मोह लिया।कार्यक्रम की अध्यक्षता नीता चौबे व मुख्य शिक्षिका रमा दुबे रही। इस मौके पर कार्यक्रम में ज्ञानू पाठक,मनोरमा सोनी,सावित्री देवी,अमृता वैश्य,मनोरमा सिंह, इंदु देवी, मंजू सिंह, रेखा पटेल ,रेखा माली सहित संस्कार केंद्र के बच्चे संयोगिता कश्यप,आरव दुबे,पायल चौबे, श्री चौबे,छाया, ऋतु पाठक,शालिनी,सुरभि,इशिका,श्रुति, श्रद्धा, हर्षिता, हंसिका, शिवांगी, साहिल, अंश, राधिका, नीतीश, शिवम, श्रेयांश, आकृति, देव ,शुभी, हरीश, शशांक, मनीष, अनन्या, रोशन, सतीश, रूद्र सहित समेत कई लोग मौजूद रहे।

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