वन विभाग के उत्पीड़न के खिलाफ 7 अगस्त को होगा धरना

मजदूर किसान मंच की बैठक में हुआ फैसला
हाईकोर्ट का हो सम्मान, वनाधिकार हो लागू

घोरावल, सोनभद्र, 3 अगस्त 2019, वन विभाग द्वारा हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद आदिवासियों व वनाश्रितों की पुश्तैनी जमीन से की
जा रही बेदखली, उन पर फर्जी मुकदमें कायम करने और स्वराज अभियान के जिला संयोजक कांता कोल को गिरफ्तारी की धमकी देने के
खिलाफ 7 अगस्त को घोरावल रेंज पर एक दिवसीय धरना देने का निर्णय मजदूर किसान मंच की बैठक में लिया गया। बैठक की
अध्यक्षता स्वराज अभियान के कांता कोल और संचालन मजदूर किसान मंच के प्रभारी श्रीकांत सिंह ने की।
बैठक में नेताओं ने कहा कि घोरावल के उभ्भा गांव में हुए आदिवासी किसानों के नरसंहार से सीख लेकर सोनभद्र, मिर्जापुर
और नौगढ़ के इस पूरे क्षेत्र में जमीन के सवाल को हल करने के लिए वनाधिकार कानून के तहत जमीन पर पट्टा देने की जगह वन
विभाग घोरावल में आदिवासियों व वनाश्रितों का दमन करने में लगा हुआ है। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद आजतक प्रशासन ने
वनाधिकार कानून के तहत जमा दावों पर निर्णय नहीं लिया। हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए जिन जमीनों पर आदिवासियों व
वनाश्रितों का पुश्तैनी कब्जा है उन्हें इस बार सीजन में खेती करने से रोका जा रहा है, खेती करने पर मुकदमें कायम किए जा रहे है
और गिरफ्तारी की जा रही है। वन विभाग द्वारा किया जा रहा यह दमन इस इलाके की शांति को भंग कर देगा। इसलिए हाईकोर्ट के
आदेश के अनुरूप वनाधिकार कानून को लागू कर दावोंका निस्तारण करने और जब तक दावों का निस्तारण नहीं हो जाता तब तक वन
विभाग द्वारा जारी उत्पीड़न तथा पुश्तैनी जमीन से बेदखल करने की कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग धरने द्वारा उठाई जायेगी। बैठक
को सेवालाल कोल, केशों मौर्या, रामदुलार प्रजापति, संतलाल बैगा, अनंत बैगा, बबुदंर बैगा ने सम्बोधित किया।

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