
सोनभद्र :बिल्ली मारकुंडी सहित खनन क्षेत्रों में धारा 20 के प्रकाशन में आ रही तकनीकी समस्याओं को तीन दिन के अंदर दूर किया जाए। सोमवार तक हर हाल में इसका प्रस्ताव शासन के पास भेज दिया जाए। वन व खनन विभाग आपसी समन्वय बनाकर इस प्रक्रिया को पूरा करे। कार्य में लापरवाही बरतने वाले कार्रवाई के लिए तैयार रहें। यह निर्देश गुरुवार को जनपद दौरे पर आईं भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक रोशन जैकब ने वन विभाग व खनन विभाग के अधिकारियों को दिया। बिल्ली-मारकुंडी स्थित खनन क्षेत्र का निरीक्षण करती निदेशक जमीनी हकीकत से भी रूबरू हुईं। कहा कि धारा 20 के प्रस्ताव में आ रही दिक्कत को शासन ने गंभीरता से लिया है। खनन व वन विभाग के अधिकारी बैठक करके सभी दिक्कतों को जल्द से जल्द दूर करें। निदेशक ने खनन क्षेत्र के लंगड़ा मोड़ व कोठा टोला के एरिया को लेकर वन व खनिज विभाग के बीच चल रहे विवाद को सुना और उसके समाधान के उपाय बताए। उन्होंने कहा कि वन व राजस्व विभाग संयुक्त जांच टीम बनाकर समस्याओं का निस्तारण दो-तीन दिन के अंदर करें। कहा कि जितनी जल्दी इन समस्याओं का निस्तारण होगा, निश्चित रूप से उतनी जल्दी ही धारा 20 का प्रकाशन हो सकेगा। निदेशक ने कहा कि वन विभाग की पहल सकारात्मक हो ताकि समस्या का समाधान जल्द से जल्द हो सके। ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान वन व राजस्व विभाग मिलकर न कर सके। कहा कि अगर दोनों विभाग समन्वय बनाकर काम करेंगे तो निश्चित रूप से वन विभाग का काम भी प्रभावित नहीं होगा और खनन कार्य भी सुचारु रूप से संचालित हो सकेगा। विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि धारा 20 के प्रकाशन को लेकर पहले ही काफी वक्त जाया हो चुका है, इसलिए इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए। स्पष्ट शब्दों में निर्देशित करते हुए कहा कि सोमवार तक हरहाल में धारा 20 का प्रस्ताव शासन के पास भेज दिया जाए। वहीं दूसरी ओर खनन निदेशक के खनन क्षेत्र में मौजूदगी से खनन कार्य पूरी तरह से बंद रहा। शुक्रवार को खनन निदेशक मीरजापुर में मंडल के सभी वन प्रभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। इस मौके पर खान अधिकारी केके राय,खनन निदेशक जीके दत्ता, ओबरा डीएफओ प्रखर मिश्रा सहित राजस्व विभाग के कर्मचारी आदि रहे।
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