
सोनभद्र।सोनभद्र चुर्क चौकी के दो सिपाहियों ने एक आदिवासी बृद्ध को पुस्तैनी जमीन से बेदखल करने के लिए चौकी में बेल्ट से पिटाई कर दी। पीड़ित ने इस मामले में पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की गुहार लगाई है।
बताया गयाकि अरौली गांव में रमेश चेरो अपने परिवार के साथ कई वर्षों से रहता है। उसकी पत्नी के अनुसार उस स्थान पर उसका परिवार सौ साल से भी अधिक समय से रहता आ रहा है। उसका मकान व कुछ जमीन भी उसके कब्जे में उसी समय से है जिस पर वह सब जोत कोड करते आ रहे हैं। इसी बीच पता नही कब गांव का एक दबंग यादव परिवार उस जमीन को लेखपाल से मिलकर अपने नाम करा लिया। यादव की इस कारगुजारी की जब पीड़ित परिवार को जानकारी हुई तो वह इसकी शिकायत अधिकारियों के पास किया। रमेश चेरो व उसकी पत्नी ने बताया कि आज चुर्क चौकी पर बुलाया गया। जब हम लोग पहुंचे तो देवराज व सीताराम नाम के दो सिपाही घर छोड़ने का दबाव बनाने लगे जब हम लोग इनकार कर दिए तो बेल्ट से पिटाई कर दिए। इसके बाद गाली देकर चौकी से भगा दिया।
बाद में दोनों पुलिस कप्तान के पास पहुंचे। पुलिस द्वारा चिकित्सकीय परीक्षण नही कराया गया।
ज्ञात हो कि जिले में जब नक्सलवाद अपने चरम पर था उस समय चपकी गांव का राजू गौंड नक्सली बन गया। बाद में जब तत्कालीन एस पी रघुबीर लाल ने उसकी कहानी सुनी तो पता चला कि जिस जमीन पर उसका पुस्तैनी मकान है उसे एक सरकारी कर्मचारी ने सर्वे के दौरान अपने नाम करा ली। यह जानकारी होने पर उन्होंने उसकी हड़पी जमीन वापस दिलाई थी।
लेकिन चुर्क चौकी के दो सिपाही एक आदिवासी परिवार को उसकी पुस्तैनी जमीन से बेदखल करने के लिए पीट रहे हैं।बहरहाल मामला जांच का विषय है सच्चाई क्या है।
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